नई दिल्ली, 21 नवंबर (आईएएनएस)। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) ने व्याख्यानों, शास्त्रीय संगीत समारोहों और प्रदर्शनी के आयोजन के साथ अपना 28वां स्थापना दिवस मनाया। दो दिवसीय समारोह में कई प्रकाशनों की पुस्तकों और फिल्मों का लोकार्पण किया गया। आईजीएनसीए की पत्रिका विहंगम को भी दोबारा लांच किया गया।
वार्षिक समारोह का उद्घाटन शनिवार को यहां केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने किया था।
पांडेय ने प्राचीन भारत में देश को वैश्विक स्तर पर प्रतिश्ठित बनाने वाली कला, संगीत, संस्कृति, शिक्षा एवं योगा की समृद्ध परंपरा का जिक्र करते हुए कहा कि यह परंपरा दुनिया भर में जानी जाती है। उन्होंने संस्थानों से कला को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया।
उद्घाटन दिवस पर पांच पुस्तकों और द्वि-मासिक पत्रिका ‘विहंगम’ का लोकार्पण किया गया।
आईजीएनसीए के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने इस मौके पर कहा कि भारत अब अपनी जड़ों की ओर और अपने प्राचीन गौरव की ओर लौट रहा है और आईजीएनसीए जैसे केंद्रों पर यह जिम्मेदारी है कि लोगों को कला और संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अवगत कराया जाए।