खादी व ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने सोमवार को बताया, “वित्तीय वर्ष 2017-18 में विभाग के लक्ष्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से प्राप्त करने की व्यवस्था की गई है। अब विभाग द्वारा संचालित विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं के लाभार्थियों का चयन समय से सुनिश्चित करते हुए प्रार्थना पत्रों को भी समय से बैंक भेजा जाएगा।”
उन्होंने बताया, “ग्रामीण क्षेत्रों में इकाई की स्थापना पर विशेष तरजीह देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही इकाइयों को अनुदान वितरण का समस्त कार्य शीघ्र ऑनलाइन किया जाएगा, ताकि इसमें पारदर्शिता से लाभार्थियों का चयन हो सके। खादी ग्रामोद्योग के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
सहगल ने कहा, “अब उप्र खादी के लिए एक ब्रांड बनाया जाएगा और इस ब्रांड के जरिए खादी को प्रोत्साहन दिलाया जाएगा। प्रदेश में बन रहे विभिन्न खादी उत्पादों को ई-मार्केट प्लेस पर उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है, जिससे ब्रांडिंग और मार्केटिंग का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार हो सके और बिक्री में गति लाई जा सके।”
प्रमुख सचिव ने बताया, “खादी एवं ग्रामोद्योग समितियों के गठन की कार्यवाही ऑनलाइन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। खादी ग्रामोद्योग की योजनाओं के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने और स्वरोजगार के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से राज्य, मंडल, जनपद तथा राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शिनियों का आयोजन कराया जाएगा।”