पुणे, 18 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के छात्रों ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार का ‘प्रचार मशीन’ करार देते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।
छात्रों की ओर से यह मांग निहलानी के यह कहे जाने के बाद आया है कि वह जल्द ही सबूतों के साथ एफटीआईआई के छात्रों ‘राष्ट्र विरोधी’ होने का खुलासा करेंगे।
छात्रों ने करीब 20 दिन पहले ही एफटीआईआई के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र सिंह चौहान की नियुक्ति के विरोध में अपनी करीब तीन माह पुरानी हड़ताल वापस ली। हालांकि उन्होंने इसका विरोध जारी रखने की बात कही है।
छात्रों ने सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से निहलानी को पद से हटाने की मांग करते हुए कहा, “इस देश में हमारा संस्थान और सिनेमा की संस्कृति गलत हाथों में है। हम फिल्मजगत से जुड़े लोगों से विनम्रतापूर्वक निवेदन करते हैं कि वह इस मुद्दे को उठाएं और ऐसे स्वेच्छाचारियों से भारतीय सिनेमा की रक्षा करें।”
छात्रों ने मीडिया में जारी एक बयान में कहा है, “चूंकि वह (निहलानी) सरकार के प्रतिनिधि हैं, इसलिए हम राज्यवर्धन से आग्रह करते हैं कि वह एफटीआईआई के छात्रों को ‘राष्ट्र विरोधी’ कहने वाले निहलानी से इस्तीफा लें।”
सीबीएफसी अध्यक्ष निहलानी नवनियुक्त एफटीआईआई सोसाइटी का हिस्सा भी हैं। छात्रों ने उन्हें दोनों पदों से हटाने की मांग की।