नैरोबी, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। केन्या के गैरिसा युनिवर्सिटी कॉलेज में इस महीने की शुरुआत में हुए हमले की जांच के लिए मंगलवार को एक टीम गठित की गई, जो जांच में अभियोजन पक्ष की मदद करेगी।
इस हमले में 147 लोगों की मौत हुई थी और 70 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक, आंतरिक मंत्रालय सचिव जोसेफ कैसेरी ने कहा, “पुलिस महानिरीक्षक ने एक टीम गठित की है, जो अभियोजन पक्ष के साथ मिलकर मामले की जांच करेगी और यथासंभव जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करेगी।”
कैसेरी ने कहा कि उन्होंने सरकार के नेतृत्व वाले जांच दल द्वारा पुलिस कमांडर और प्रशासनिक अधिकारियों सहित पूर्वोत्तर क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी समितियों की भूमिका को लेकर की गई प्राथमिक जांच से परिचित होने के बाद यह फैसला किया।
युनिवर्सिटी में हुए आतंकवादी हमले और पूरे मामले के दौरान पुलिस की उदासीन कार्रवाई को लेकर केन्या के नागरिकों में उपजे आक्रोश के बाद ये कदम उठाए गए।
केन्या के मानवाधिकार संगठनों और नागरिकों ने सुरक्षा बलों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी वजह से ही आतंकवादी संगठन अल शबाब को देश में यह हमला करने की शह मिली।
सूत्रों का कहना है कि काउंटी इंटेलिजेंस एंड सिक्युरिटी कमेटी (सीआईएससी) को पहले ही सूचना मिल चुकी थी कि अल शबाब के आतंकवादी कॉलेज सहित कई स्थानों पर हमले करने की योजना बना रहे हैं।
सीआईएससी ने हमला संभावित इलाकों और स्थानों पर आई पुलिस अधिकारियों को तैनात करने की सिफारिश की थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
बताया जाता है कि हमले वाले दिन कॉलेज में चार सशस्त्र पुलिस अधिकारी ही नियुक्त किए गए थे, लेकिन उनमें से भी केवल दो ही ड्यूटी पर तैनात थे।