पणजी, 8 अगस्त (आईएएनएस)। गोवा के महाधिवक्ता आत्माराम नाडकर्णी ने पिछले दो सालों के दौरान राज्य में और राज्य के बाहर विभिन्न अदालतों में पेश हो कर शुल्क के रूप में 1.86 करोड़ रुपये की कमाई की। इस बात की जानकारी राज्य विधानसभा ने शनिवार को दी।
उपमुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने इस पर लिखित उत्तर में कहा, महाधिवक्ता के पेशी के शुल्क वेतन के अतिरिक्त हैं, और इस अवधि के दौरान उन्हें वेतन के रूप में 77.96 लाख रुपये मिले हैं।
वर्ष 2013-14 में नाडकणी को बंबई उच्च न्यायालय की पणजी पीठ और सर्वोच्च न्यायालय में पेश होने के लिए क्रमश: 68.65 लाख रुपये और 18.90 लाख रुपये मिले थे। वर्ष 2014-15 में उच्च न्यायालय की पीठ, सर्वोच्च न्यायालय और राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण में पेश होने के लिए क्रमश: 99.35 लाख रुपये, 11.47 लाख रुपये और 18.90 लाख रुपये मिले।
नाडकर्णी का भुगतान की गई पारिश्रमिक को मानदेय और कुछ मामलों में पेशेवर शुल्क के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता एयरेस रॉडिग्स द्वारा आरटीआई के तहत प्राप्त की गई जानकारी से गोवा के महाधिवक्ता हाल के दिनों में सुर्खियों में रहे हैं। आरटीआई से पता चला है कि राज्य के शीर्ष कानून अधिकारी नाडकर्णी देश में सर्वाधिक पारिश्रमिक यानी कम से कम आठ लाख रुपये प्रति माह अर्जित करने वाले सरकारी अधिकारी हैं। यह राशि राष्ट्रपति और देश के प्रधान न्यायाधीश द्वारा अर्जित पारिश्रमिक से अधिक है।
इससे पहले कांग्रेस नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में महाधिवक्ता सुबोध कंटक ने फरवरी 2005 से मई 2011 बीच 5.13 करोड़ रुपये की कमाई की थी।