विशेष डीजी (नक्सल) डी.एम.अवस्थी ने कहा, “घटनास्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल को रवाना किया गया है। यह इस इलाके की तीसरी बड़ी घटना है। घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से रायपुर लाया जा रहा है।”
बस्तर के आईजी (नक्सल) विवेकानंद सिन्हा ने कहा, “जवान गश्त पर गए हुए थे। इसी बीच, पहले से घात लगाए नक्सलियों ने एंटी लैंडमाइन वाहन को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया। इसके बाद जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इससे जवानों को संभलने का मौका नहीं मिला। अभी हम घायल जवानों को वहां से निकालने में लगे हुए हैं। दोनों ओर से फायरिंग जारी है।”
विस्फोट इतना भयावह था कि एंटीलैंड माइन वाहन हवा में काफी ऊंचाई तक उछल गया। इस वाहन में 11 जवान मौजूद थे।
घटना की खबर के बाद, पुलिस मुख्यालय में स्पेशल डीजी (नक्सल) और पुलिस के तमाम आला अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर जारी है।
मुठभेड़ की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने इसकी पूरी जानकारी मांगी। राज्य के गृहमंत्री ने भी इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालाय से मांगी है। मुख्यमंत्री लगातार मामले पर नजर रख रहे हैं।
घटना को देखते हुए रायपुर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। इनमें बेड को खाली रखने के निर्देश दिए गए हैं।