नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने बुधवार को वर्तमान खरीफ सत्र की फसलों के लिए 15 से 275 रुपये तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दे दी।
नया समर्थन मूल्य एक अक्टूबर से लागू होगा।
धान की साधारण किस्म के लिए इसे 50 रुपये बढ़ाकर प्रति कुंटल 1,410 रुपये कर दिया गया, जबकि संकर और मल्डांडी ज्वार का समर्थन मूल्य 40 रुपये बढ़ा दिया गया।
एक कुंटल 100 किलोग्राम के बराबर होता है।
दलहनों का समर्थन मूल्य अपेक्षाकृत अधिक बढ़ाया गया है। तूर (अरहर) और उड़द दोनों के मूल्य प्रति कुंटल 275 रुपये और मूंग का मूल्य प्रति कुंटल 250 रुपये बढ़ा दिया गया।
इस वृद्धि के बाद अब तूर और उड़द दोनों का मूल्य प्रति कुंटल 4,625 रुपये और मूंग का 4,850 रुपये हो जाएगा। यानी एक किसान को प्रति किलोग्राम तूर या उड़द के लिए 46.25 रुपये और मूंग के लिए 48.50 रुपये मिलेंगे।
सरकार ने कहा कि अनाजों की अधिकता और दलहन की भारी किल्लत को देखते हुए मंत्रिमंडल ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिश के अलावा प्रति कुंटल दलहन पर 200 रुपये बोनस देने का फैसला किया।
रागी और सीसेमम का एमएसपी प्रति कुंटल 100 रुपये बढ़ाकर क्रमश: 1,650 रुपये और 4,700 रुपये कर दिया गया।
कपास की दो श्रेणियों के लिए यह 50 रुपये बढ़ाकर 3,800 रुपये और 4,100 रुपये कर दिया गया है।
बाजरा और मक्का में मामूली वृद्धि किया गया है।
काले सोयाबीन तेल का समर्थन मूल्य 2,500 रुपये पर बरकरार रखा गया है।
सरकार ने कहा कि इससे किसानों को दलहन की पैदावार बढ़ाने के लिए जोत और निवेश बढ़ाने की प्रेरणा देने की कोशिश की गई है।
एमएसपी के तहत केंद्र सरकार किसानों से तय कीमत पर उत्पाद खरीदती है, ताकि किसान औने पौने भाव बिकवाली न करे।