गुवाहाटी, 14 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री महेश शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गुवाहाटी को हेलीकॉप्टर केंद्र में बदलने का फैसला किया है।
शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमने गुवाहाटी को हेलीकॉप्टर केंद्र में बदलने का फैसला किया है और इस उद्देश्य के लिए वहां हवाईअड्डे पर हम एक हैंगर प्राप्त करने के काम में लगे हैं।”
उन्होंने कहा, “यह पूर्वोत्तर के आठों राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों का हिस्सा है।”
मंत्री के मुताबिक, सरकारी पवन हंस हेलीकॉप्टर इसके लिए नए हेलीकॉप्टरों की खरीद का काम करेगी।
शर्मा ने यह भी कहा कि हेलीकॉप्टर का किराया जितना संभव हो सकेगा कम रखा जाएगा।
उन्होंने कहा, “हेलीकॉप्टर सेवा से पैसे कमाना हमारा मकसद नहीं है। हम पर्यटन से पैसा कमाना चाहते हैं।”
मंत्री ने यह भी कहा कि गुवाहाटी के कामख्या मंदिर को सरकार ने नए तीर्थयात्रा कायाकल्प व आध्यात्मिक विस्तार अभियान (प्रसाद) पर्यटन योजना के तहत शामिल किया है, जिसमें 12 आध्यत्मिक शहरों का चयन किया गया है।
पर्यटन मंत्रालय के 100 करोड़ रुपये के बजट में से कामख्या को 10 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
शर्मा ने कहा, “स्वदेश दर्शन योजना के तहत पूर्वोत्तर सर्किट को 120 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिनमें से 15 करोड़ रुपये ब्रह्मपुत्र नदी में स्थित मजुली द्वीप के विकास के लिए है।”
उन्होंने कहा, “विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल होने के लिए मजुली के पास पर्याप्त सामग्री है।”
उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक नए सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की है।
मंत्री ने कहा, “यह गुवाहाटी के अलावा है, जो मणिपुर की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देने का काम करेगा।”
पर्यटन को इनर लाइन परमिट (आईएलपी) से होने वाली बाधा के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, “हम आईएलपी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर उसे आसान बनाने का प्रयास कर रहे हैं।”