इस्लामाबाद, 27 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी अदालत को जानकारी दी गई है कि 2007 में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या में एक इस्लामिक मदरसे के विद्यार्थियों का हाथ था।
‘डॉन’ ऑनलाइन की रपट के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा इलाके में स्थित मदरसा दारुल उलूम हक्कानिया ने हालांकि, संदिग्धों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इंकार किया है।
रावलपिंडी के अदियाला जेल में गठित एटीसी की विशेष अदालत में बेनजीर हत्याकांड की सुनवाई न्यायमूर्ति परवेज इस्माइल की अध्यक्षता में हुई।
संघीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने अदालत को जानकारी दी कि संसदीय चुनाव के लिए प्रचार करते समय भुट्टो की हत्या के मामले में दारुल उलूम हक्कानिया के छात्र शामिल थे।
दारुल उलूम हक्कानिया के निदेशक विसाल अहमद ने स्वीकार किया कि संदिग्ध हमलावरों ने मदरसा में पढ़ाई की थी। लेकिन उन्होंने बेनजीर भुट्टो की हत्या से मदरसे के संबंधों को खारिज किया है।