कोलंबो, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने बुधवार को देश के भ्रष्टाचार रोधी आयोग के समक्ष जवाबी शिकायत दर्ज कराई है।
एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व में राजपक्षे के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में शिकायत दर्ज की गई थी। वहीं श्रीलंका की सरकार ने इस मामले में राजपक्षे से पूछताछ करने को लेकर अपनी भूमिका से इंकार किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, राजपक्षे के प्रवक्ता रोहन वेलीविता ने कहा कि याचिकाकर्ता ने पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ अपनी याचिका में कहा कि अगर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार आयोग राजपक्षे के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहता है तो वह भ्रष्टाचार रोधी इकाई के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
वेलीविता ने कहा कि इस तरह के बयान पूर्व राष्ट्रपति के लिए सीधा खतरा पैदा करते हैं और यही कारण है कि याचिकाकर्ता के खिलाफ एक याचिका दायर की गई है।
वेलीविता ने कहा, “कोई व्यक्ति रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार आयोग को इस तरह कैसे धमकी दे सकता है, वह भी जब आयोग एक स्वतंत्र निकाय हो? आयोग न्यायालय के समान है और जो भी इसे धमकी देगा उसके खिलाफ कार्रवाई आवश्यक है।”
पूर्व राष्ट्रपति की ओर से शिकायत दर्ज करने के लिए बुधवार को उनका प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों का एक समूह भ्रष्टाचार रोधी आयोग पहुंचा।
इस सप्ताह की शुरुआत में भ्रष्टाचार रोधी आयोग द्वारा रिश्वत देने के आरोपों पर राजपक्षे से पूछताछ करने के विरोध में श्रीलंका की ससंद के बाहर राजपक्षे समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किए थे।
इस बीच श्रीलंका के उप-विदेश मंत्री अजीत परेरा ने पत्रकारों से कहा कि राजपक्षे से पूछताछ का फैसला आयोग ने लिया था। भ्रष्टाचार रोधी आयोग रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करता है।