चेन्नई, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। राजभवन की ओर से शुक्रवार को कहा गया कि संवैधानिक प्राधिकारियों जैसे राज्यपाल को धमकी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राजभवन ने तमिल पत्रिका ‘नक्कीरन’ के संपादक आर. आर. गोपाल द्वारा कथित तौर पर राज्यपाल का अपमान करने की निंदा की।
राजभवन ने एक बयान में कहा, “लोकतंत्र में विचारों का आदान-प्रदान होता है। लेकिन, राज्यपाल जैसे संवैधानिक अधिकारी को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर धमकाना किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
राजभवन के अनुसार, “शीर्ष पद की गरिमा को चोट पहुंचाने के उद्देश्य से किए गए कृत्यों से राजभवन झुकने वाला नहीं है।”
बयान में उस लेख को पूरा तरह से झुठलाया गया है जिसमें राज्यपाल का संबंध अरुप्पुक्कोत्तई के कॉलेज की एक सहायक प्रोफेसर निर्मला देवी से बताया गया है।
निर्मला को मदुरै कामराज विश्वविद्यालय के अधिकारियों के पास कथित रूप से छात्राओं को भेजने के आरोप में कुछ समय पहले गिरफ्तार किया गया है।
राजभवन ने कहा, “पुलिस के सामने दिया गया उस महिला का बयान खुद ही सच का खुलासा कर देगा।”
नौ अक्टूबर को ‘नक्कीरन गोपाल’ के नाम से मशहूर आर. आर. गोपाल को गिरफ्तार किया गया था। राजभवन के अधिकारी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी। गोपाल पर आरोप था कि उन्होंने अपने लेख में तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और उनके अतिरिक्त मुख्य सचिव आर. राजगोपाल को इस स्कैंडल से जोड़ा था।
गोपाल पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124 लगाई गई थी लेकिन अदालत ने गोपाल को बरी कर दिया था।