मॉस्को, 21 मई (आईएएनएस)। अमेरिका ने अपनी मिसाइल रक्षा प्रणालियों का परीक्षण व मिसाइलों का उत्पादन जारी रखा है। जबकि इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्स (आईएनएफ) संधि के तहत इसकी मनाही है। इस संधि का मकसद रणनीतिक हथियारों को सीमित करना है।
यह बात रूस के एक सैन्य अधिकारी ने सोमवार को कही।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेशनल न्यूक्लियर रिस्क रिडक्शन सेंटर के प्रमुख, सर्गेई रिजकोव ने क्रैसनाया जवेजदा समाचार पत्र के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका ने मिसाइलों की श्रृंखला का उत्पादन जारी रखा है।
रिजकोव ने कहा कि मिसाइलें सामरिक व तकनीकी प्रकृति की हैं, खास तौर से ये उड़ान की दूरी के मामले में, जो छोटी दूरी और मध्यम दूरी की मिसाइलों की श्रेणी में हैं।
अधिकारी के अनुसार, ये मिसाइलें सामान्य तरह की हैं और युद्धक बैलिस्टिक मिसाइल के रूप में इनमें विभिन्न मुखास्त्र लगाया जा सकता है।
रिजकोव ने कहा कि इस तरह की मिसाइलों का विकास और परीक्षण आईएनएफ संधि के साथ धोखा है, क्योंकि ये मिसाइलें समझौते द्वारा सीमित सीमाओं तक हथियार दागने में सक्षम हैं।
आईएनएफ संधि पर पूर्व सोवियत संघ और अमेरिका ने 1987 में हस्ताक्षर किए थे, जिसमें 483 किमी से 5,472 किमी के बीच की जमीन से छोड़ी जाने वाली बैलिस्टिक या क्रूज मिसाइलों के परीक्षण, उनकी तैनाती और विकास पर रोक है।