जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में जिला निर्माण के बाद इस अंचल के किसानों, मजदूरों और आदिवासियों सहित समाज के सभी जरूरतमंद वर्गो के जीवन में काफी बदलाव आया है। जिला बनने से यहां विकास की गति में तेजी आई है। सूरजपुर प्रदेश में सबसे ज्यादा फल और फूलों का उत्पादन करने वाला जिला है।
मुख्यमंत्री ने जनसभा में इस अंचल के वरिष्ठ आदिवासी नेता, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद दिवंगत शिवप्रताप सिंह को विशेष रूप से याद किया और जिले के ओडगी स्थित शासकीय महाविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर करने की घोषणा की।
डॉ. सिंह ने सिलफिली स्थित शासकीय महाविद्यालय का नामकरण क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व सांसद दिवंगत मुरारी लाल सिंह के नाम पर करने का भी ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने सूरजपुर जिले के विकास के लिए 226 करोड़ 77 लाख रुपये की लागत के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत 21 हजार 991 हितग्राहियों को 7 करोड़ 78 लाख रुपये की सामग्री और अनुदान सहायता राशि के चेक वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने जिले के किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बोनस के रूप में 40 करोड़ की राशि कम्प्यूटर पर क्लिक करके किसानों के खाते में भेजी।
उन्होंने कहा कि आगामी चार माह में सूरजपुर जिले सहित प्रदेश के हर घर में बिजली पहुंचेगी और सभी मजरों-टोलों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण होगा।