Friday , 29 March 2024

ब्रेकिंग न्यूज़
Home » व्यापार » सुधार, तिमाही परिणाम से बाजार की दिशा होगी तय (लीड-1)

सुधार, तिमाही परिणाम से बाजार की दिशा होगी तय (लीड-1)

मुंबई, 19 जुलाई (आईएएनएस)। गत सप्ताह देश के शेयर बाजारों के एक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 2.9 फीसदी तेजी रहने के बाद आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर कंपनियों द्वारा पेश किए जाने वाले तिमाही परिणामों और आर्थिक सुधारों पर टिकी रहेगी।

अगले सप्ताह निवेशकों की नजर मानसून की प्रगति, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल की कीमतों पर भी बनी रहेगी।

मौजूदा कारोबारी साल की प्रथम तिमाही (अप्रैल-जून) के कारोबारी परिणाम जारी करने का दौर शुरू हो चुका है। अगस्त के दूसरे सप्ताह तक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कंपनियों के परिणाम आते रहेंगे। इस दौरान निवेशक, परिणाम के साथ कंपनी प्रबंधन द्वारा की जाने वाली आगामी तिमाहियों की आय की भविष्यवाणी में निवेश के अवसर ढूढें़गे।

सोमवार को हिंदुस्तान जिंक और टाटा कॉफी, मंगलवार को एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इंफोसिस, बुधवार को भारती इंफ्राटेल और टीवी18 ब्रॉडकास्ट, गुरुवार को बजाज ऑटो, ल्युपिन और विप्रो और शुक्रवार को एक्सिस बैंक और जेएसडब्ल्यू होल्डिंग्स अपने परिणाम जारी करेंगे।

राजनीतिक मोर्चे पर संसद के मानसून सत्र की गतिविधियों पर निवेशकों की नजर रहेगी। मानसून सत्र 21 जुलाई, 2015 से 13 अगस्त, 2015 तक चलेगा। भ्रष्टाचार का मुद्दा इस सत्र में भूमि विधेयक और जीएसटी विधेयक को पीछे छोड़ सकता है।

मानसून सत्र में सरकार आठ नए विधेयक पेश करेगी। इसके अलावा 11 लंबित विधेयकों को पारित करने के लिए भी चर्चा कराएगी। इनमें भूमि अधिग्रहण विधेयक और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक भी शामिल हैं।

मंत्रिमंडल द्वारा विदेशी स्रोत वाले समस्त प्रकार के निवेश को अधिकतम विदेशी निवेश की गणना करने की दृष्टि से एक वर्ग में समाविष्ट करने के फैसले का भी आने वाले दिनों में शेयर बाजारों पर अनुकूल असर रहेगा।

विश्लेषकों के मुताबिक, मई महीने में औद्योगिक उत्पादन विकास दर घटकर 2.7 फीसदी दर्ज किए जाने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में विकास दर बढ़ाने के उपायों पर विचार कर सकता है। यह दर अप्रैल महीने में 4.1 फीसदी थी।

जियोजीत बीएनपी पारिबा के तकनीकी रिसर्च डेस्क के सहप्रमुख आनंद जेम्स ने कहा, “बाजार को उम्मीद है कि अगस्त महीने की मौद्रिक नीति समीक्षा में रिजर्व बैंक दरों में कटौती कर सकता है।”

अधिकतम विदेशी निवेश के लिए समस्त विदेशी निवेश को एक वर्ग में समाविष्ट करने के बारे में एंजल ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष और रिसर्च प्रमुख वैभव अग्रवाल ने कहा, “बाजार को कंपोजिट कैप के फैसले पर और स्पष्टता का इंतजार है। इस फैसले के बाद से ही बाजार में तेजी आ चुकी है।”

आगामी सप्ताह में बाजार की चाल मानसून की प्रगति पर भी निर्भर करेगी। जून-सितंबर के दौरान मानसूनी बारिश देश की अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी के समान होती है, क्योंकि देश की खेती मुख्यत: बारिश पर ही निर्भर करती है।

मानसूनी बारिश की स्थिति पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य दरों में कटौती करने या न करने की संभावना निर्भर करती है। रिजर्व बैंक चार अगस्त को अगली मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 16 जुलाई को जारी रपट में कहा है कि देशभर में मानसूनी बारिश दीर्घावधि औसत से छह फीसदी कम रही है।

हेम सिक्युरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, “तेल मूल्य में गिरावट, यूरोपीय संघ द्वारा ग्रीस को राहत दिए जाने, ग्रीस की संसद द्वारा बेलआउट शर्तो को पारित किए जाने जैसे सकारात्मक रुख के साथ बाजार गत सप्ताह बंद हुआ है।”

उन्होंने कहा कि 21 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी बाजार पर महत्वपूर्ण असर दिखेगा।

सुधार, तिमाही परिणाम से बाजार की दिशा होगी तय (लीड-1) Reviewed by on . मुंबई, 19 जुलाई (आईएएनएस)। गत सप्ताह देश के शेयर बाजारों के एक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 2.9 फीसदी तेजी रहने के बाद आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर कंपनियों द्वा मुंबई, 19 जुलाई (आईएएनएस)। गत सप्ताह देश के शेयर बाजारों के एक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 2.9 फीसदी तेजी रहने के बाद आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर कंपनियों द्वा Rating:
scroll to top