समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम आसरे कुशवाहा ने कहा है कि यदि सपा को उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के समर्थन की जरूरत पड़ी तो उसे बेझिझक हमारा समर्थन करना चाहिए क्योंकि केंद्र में सपा उसका समर्थन कर रही है।
सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राम आसरे ने कहा, ”हम कांग्रेस पार्टी को समर्थन देकर केंद्र में उनकी सरकार चला रहे हैं। ऐसे में यह उनका फर्ज बनता है कि अगर विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद हमें सरकार बनाने के लिए कुछ सीटों की जरूरत पड़ती है, तो वह हमारी मदद करें।”यह पूछे जाने पर कि पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में क्या सपा, कांग्रेस से समर्थन लेगी, इस पर कुशवाहा ने कहा, ”पहली बात कि हमें गठबंधन के बैसाखी की जरूरत नहीं पड़ेगी।
विधानसभा चुनाव में सपा के 250 विधायक जीत कर आएंगे। पूर्ण बहुमत न मिलने की दशा में अगर ऐसी स्थिति आती है कि हमें सरकार बनाने के लिए 10-20 विधायकों की जरूरत पड़ती है, तो कांग्रेस को हमें समर्थन करना चाहिए।”राम आसरे ने कहा कि हजारों करोड़ रुपये के घोटाले में फंसे बाबू सिंह कुशवाहा के रूप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने किसी नेता को नहीं बल्कि खजांची को गले लगाया है। उन्होंने कहा कि कुशवाहा कभी नेता रहे ही नहीं, वह तो हमेशा से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मायावती के खजांची थे।उन्होंने कहा, ”कुशवाहा को पाक साफ बताने वाली भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी यदि सोच रहे हैं कि उनके (कुशवाहा) जरिए चुनाव में पिछड़ों का वोट पा जाएंगे, तो यह उनकी बहुत बड़ी भूल है। जनता नेता के साथ जुड़ती है, किसी खजांची के साथ नहीं।
”उन्होंने कहा, ”कुशवाहा ने आज तक कोई चुनाव नहीं लड़ा। उनकी पहचान कभी नेता के रूप में रही ही नहीं। वह तो सालों से मायावती की काली कमाई का हिसाब किताब रखकर खजांचीगिरी किया करते थे। उनकी पहचान पिछड़ों के नेता के रूप में न तो कभी थी और न ही कभी आगे रहेगी।”राम आसरे ने कहा कि कुशवाहा से सदस्यता स्थगन का पत्र लिखवाकर गडकरी ने पार्टी के अंदरुनी असंतोष को शांत करने और कुछ समय के लिए मामले को ठंडा करने की कोशिश की है। वह कुशवाहा को छोड़ने वाले नहीं हैं।राम आसरे ने जोर देते हुए कहा, ”कुशवाहा फैक्टर से सपा के पिछड़े वोटों में कोई कमी नहीं होने वाली है।
पिछड़े वर्ग के लोग भ्रष्टाचार पर दोहरा चरित्र अपनाने वाली भाजपा को चुनाव में ऐसा सबक सिखाएंगे कि उत्तर प्रदेश में जो उसका बचा खुचा जनाधार है वह भी समाप्त हो जाएगा।”सपा नेता ने कहा, ”जनता सपा की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। प्रदेश में सपा की लहर है।
जनता समझ चुकी है कि मायावती और बसपा के कुशासन का सबसे मजबूत विकल्प मुलायम सिंह यादव और सपा ही हैं।” उन्होंने कहा कि 2012 में सपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।सपा के वरिष्ठ नेताओं के बीच विभिन्न फैसलों में सामने आई गुटबाजी पर राम आसरे ने कहा, ”पार्टी में गुटबाजी नहीं है। पूरी पार्टी एक है। पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता मिलकर जनता को तानाशाह मायावती सरकार से छुटकारा दिलाने के मिशन में लगे हैं।”