होशंगाबाद: आज पंचम नदी महोत्सव का समापन केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के उद्बोधन से हुआ.अनिल माधव दवे के अवसान के पश्चात यह प्रथम नदी महोत्सव था जो अपने लक्ष्य से कोसों दूर नजर आया.केन्द्रीय मन्त्री तोमर ने अपने साथ अनिल माधव दवे की यादों को साझा किया.
उन्होंने कहा वे वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में और कीर्तिमान स्थापित करते यदि असमय चले नहीं गए होते.उन्होने कहा की प्रकृति का नियम है जिसे आना है उसे जाना है किन्तु अनिल दवे की भरपाई सम्भव जल्दी नहीं है.
इस अवसर पर मप्र विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा की हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को वापस करने चल पड़े हैं उसके फलस्वरूप यह दो दिवसीय संगम है.
शर्मा ने कहा विधानसभा में संकल्प पारित हुआ की नर्मदा को जीवित इकाई की संज्ञा दी जाय वे जीवित हैं ही क्योंकि शंकराचार्य उनकी उपासना करते हैं .