(खुसुर-फुसुर)– मप्र भाजपा में सत्ता के रहते कई चाल ,चरित्र,चेहरे से विपरीत लाभ उठाने वाले नेता घुस आये हैं मजे की बात तो यह है ये जब एक दरबार से भगाए जाते हैं तो दुसरे दरबार में इन्हें आसानी से जगह मिल जाती है.यहाँ जिन नेताजी की खुसुर-फुसुर चल रही है वे पाला बदलने में विख्यात हैं जहाँ रहते हैं उसी आका के सर पर हाथ रख भस्म करने का कार्य करने लगते हैं.
कुछ समय पूर्व इन्हें भाजपा के मुख्य प्रवक्ता की कुर्सी पर बैठने के कारण भाजपा कार्यालय से रुखसत किया गया था.चुनावी मौसम में किसी तरह ये वापस पैनलिस्ट की सूची में आ गए लेकिन चैनलों में अपने आप को प्रवक्ता बता अपना धंधा लाभ का करने का प्रयास करते रहते हैं .
ताजा मामला किसान मोर्चा के भोपाल जिलाध्यक्ष के फर्जी लेटर पैड छपवा कर पद बांटने का है.तुर्रा यह की जिस लिफ़ाफ़े में यह रुक्का दिया जाता है वह भोपाल भाजपा जिलाध्यक्ष एवं विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह का है और कीमत है बीस हजार रुपये.
भाजपा कार्यालय से लगी एक दूकान मालिक को अपने झांसे में फंसा यह चारा डाला गया लेकिन मामला बिगड़ गया और खबरनवीसों तक आ पहंचा.अब महाशय अपनी सूरत सब से छिपाते घूम रहे और नए ठिकाने की तलाश में हैं .