भोपाल- मूल शब्द आदिवासी है इसे पूर्व सरकार ने बदलकर जन-जाति कर दिया है हम इसे बदलेंगे.आज मंत्रालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने यह बात कही.
पत्रकारों से विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए इन्होने बताया कि आदिवासियों में बेटियों की स्थिति बेहतर है ,लड़कियों की संख्या अनुपात लड़कों से ज्यादा है.अपनी परम्पराओं का जिक्र करते हुए इन्होने बताया कि आदिवासी ब्याह के लिए होने वाली दुल्हन के घर बीसों बार निवेदन करने जाते हैं एवं अधिकाँश खर्च लड़के वाले ही करते हैं.किये जाने वाले खर्च को कोदई कहते हैं एवं शादी के मंडप में सफाई-लिपाई का कार्य लड़के के घर से दो व्यक्ति करते हैं जिसे विष्टी कहते हैं यदि आदिवासियों की परम्परा को समाज अपनाए तो दहेज़ अपराध खत्म हो जाएँ.
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तन्त्र वही पुराना है किन्तु हमने अधिकारीयों से निवेदन किया है कि यदि प्रशासनिक अधिकारीयों के मन में पिछले 15 वर्षों में कोई गन्दगी आ गयी हो तो प्रार्थना है उसे दूर करें एवं विकास के कार्य करें.