नई दिल्ली, 26 मार्च (आईएएनएस)। प्रख्यात वैज्ञानिक सी.एन.आर.राव ने भारत में विज्ञान के क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी पर दुख जताया है।
उन्होंने कहा कि भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में काफी सुधार की जरूरत है।
राष्ट्रीय राजधानी स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में विज्ञान पर आयोजित एक समारोह ‘सेलेब्रेशन ऑफ साइंस’ में व्याख्यान देते हुए उन्होंने यह बात कही।
वैज्ञानिकों के अपार योगदान की ओर इशारा करते हुए राव ने इस बात पर खेद जताया कि विज्ञान की दुनिया में भारत काफी पिछड़ चुका है।
देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ पाने वाले वैज्ञानिक राव ने कहा, “भारत में ऐसा एक भी संस्थान नहीं है, जिसकी सुविधाओं की तुलना दुनिया के किसी बेहतरीन संस्थान से की जा सके।”
उन्होंने कहा, “प्रौद्योगिकी के निर्माण के लिए विज्ञान का उपयोग बेहद महत्वपूर्ण है। यदि भारत को अपना भविष्य चमकदार बनाना है, तो उसे शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा।”
उन्होंने कहा, “आनेवाली सरकारों ने शिक्षा के लिए बजट को बढ़ाने पर चर्चा की। दुर्भाग्य से यह अभी भी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो फीसदी पर ही अटका हुआ है, जबकि कई बार इसे छह फीसदी तक बढ़ाने की मांग हुई है।”
राव ने कहा, “अगर भारत आर्थिक तौर पर विकसित होना चाहता है, तो बेहतर शिक्षक, बेहतर तनख्वाह तथा शिक्षा के बेहतर संसाधन अनिवार्य शर्ते हैं। यह तभी संभव होगा, जब विज्ञान तथा सामान्य शिक्षा के लिए संसाधनों में बढ़ोतरी होगी।”
चीन का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी ने वैश्विक स्तर पर अगुआ बनने के लिए विज्ञान में भारी भरकम निवेश किया है।
उन्होंने कहा, “जो विज्ञान में तरक्की करेगा, वही दुनिया पर राज करेगा।”