हंगरी की समाचार एजेंसी एमटीआई की शनिवार की रपट के अनुसार, जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने हंगरी से शरणार्थियों को अपने देशों में प्रवेश करने की अनुमति दे दी है।
ऑस्ट्रिया के चांसलर वर्नर फेमैन ने अपनी जर्मन समकक्ष एंजेला मर्केल से विचार-विमर्श करने से पहले हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन को बताया कि दोनों पश्चिमी यूरोपीय देश हंगरी से आने वाले शरणार्थियों को अपने देशों में प्रवेश करने देने के लिए तैयार हैं।
सीरिया से बड़ी संख्या में आने वाले शरणार्थियों के कारण भारी संकट का सामना कर रहे हंगरी ने शुक्रवार को कहा था कि वह बस से हजारों शरणार्थियों को ऑस्ट्रिया भेजेगा।
शरणार्थियों से भरी कई बसें मध्यरात्रि के बाद बुडापेस्ट पूर्वी (केलेटी) रेलवे स्टेशन से आस्ट्रिया की सीमा के लिए रवाना हुईं।
हंगरी के प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रभारी मंत्री जैनस लेजर ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हंगरी सरकार की सेंट्रल ऑपरेटिव कॉर्प्स शरणार्थियों को लेकर हेगयशालोम सीमा (आस्ट्रिया से सटे हंगरी के गांव) तक जाएगी।”