कोलकाता, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को आगाह किया कि असहिष्णुता देश की समृद्धि एक बड़ी बाधा है।
आर्थिक सुधारों पर ऑब्जर्बर रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से आईआईएम कलकत्ता द्वारा आयोजित एक सत्र में चिदंबरम ने कहा, “हमें अधिक मानवीय और सहिष्णु समाज बनाना होगा। हम तब तक समृद्ध समाज का निर्माण नहीं कर सकते, जब तक कि समाज में लोग एक दूसरे के प्रति सहिष्णु न हों, अधिक मानवीय न हों, जब तक लोग विविधता को स्वीकार नहीं करते हों और जब तक जीओ और जीने दो के दर्शन को स्वीकार नहीं करते।”
उन्होंने कहा, “अगर असहिष्णुता अधिक से अधिक संघर्ष की ओर ले जाएगी तो निश्चित रूप से देश को समृद्ध और अमीर बनने से रोक देगी।”