हैदराबाद, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। अग्रणी भारतीय पर्वतारोही माली मस्तान बाबू का शव सोमवार तक चेन्नई आ जाएगा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अर्जेटीना और चिली के बीच एंडीज पर्वत पर चढ़ाई करते हुए मस्तान बाबू की मौत हो गई थी।
आंध्र प्रदेश के प्रवासी मामलों के मंत्री पाल्ले रघुनाथ रेड्डी ने कहा कि मस्तान बाबू के शव को वहां से सीधे चेन्नई लाया जाएगा।
उन्होंने कहा, “उनका पार्थिव शरीर रविवार की रात या सोमवार तक यहां लाया जाएगा।”
चेन्नई से फिर मस्तान बाबू का पार्थिव शरीर सड़कमार्ग द्वारा नेल्लोर जिले के उनके गांव गांधी जनसंग्राम ले जाया जाएगा।
40 वर्षीय मस्तान बाबू 24 मार्च से ही लापता थे। वह अकेले ही सेरे ट्रेस क्रूसेस की चोटी फतह करने के अभियान पर निकले हुए थे। 3 मार्च को उनका शव पाया गया।
बेहद खराब मौसम के कारण साथी पर्वतारोहियों एवं सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा मस्तान बाबू का शव वहां से नीचे लाने का सारा प्रयास असफल रहा। अंतत: पेशेवर पर्वतारोहियों का एक दल उनका शव नीचे लाने में सफल रहा, जिसके लिए भारत सरकार ने एक लाख डॉलर खर्च किए।
केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को कहा था कि मस्तान बाबू का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के लिए ब्यूनस आयर्स लाया गया था। शव को सुरक्षित रखने की व्यवस्था करने एवं अन्य औपचारिकताओं के बाद भारत लाया जाएगा।
मस्तान बाबू दुनिया की सात चोटियों की सबसे कम समय में चढ़ाई करने वाले पर्वतारोही थे। उन्होंने 172 दिन में यह उपलब्धि हासिल की थी।