सामाजिक विकास और गरीबी उन्मूलन पर इस सप्ताह लाओ में आयोजित नौवें आसियान-चीन फोरम के दौरान लगभग 150 नीति निर्माताओं, पेशेवरों और विशेषज्ञों ने गरीबी उन्मूलन पर अपनी जानकारी साझा की।
वियानतियान में ‘फाइनेंशियल इनोवेशन फॉर पॉवर्टी रिडक्शन’ विषय पर आयोजित इस फोरम में अर्थव्यवस्था के हासिये पर मौजूद लोगों के लिए बचत, ऋण और बीमा सहित प्रमुख वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के रास्ते में खड़ी चुनौतियों पर कई दृष्टिकोण से चर्चा की गई। इस चर्चा में पिछले कुछ दशकों में चीन में घटी गरीबी को केंद्र में रखा गया।
चीन के अधिकारी होंग तियानयून ने सम्मेलन के उद्घानट सत्र को संबोधित किया। होंग पॉवर्टी एलिवेशन एंड डेवलपमेंट ऑफ चाइना (एलजीओपी) समूह के उपनिदेशक भी हैं।
उन्होंने कहा कि चीन अभी भी विकासशील देश बना हुआ है, लेकिन गरीबी मिटाने और विकास में कठिनाई से अर्जित अपने अनुभव वह इस क्षेत्र के अन्य देशों के साथ साझा करने का इच्छुक है।
होंग ने कहा, “हमारे प्रयासों की वजह से ही हमने गरीबी में दबी अपनी लगभग 60 करोड़ आबादी कम कर दी है और चीन विश्व का पहला देश है, जिसने गरीबी में रह रही अपनी आधी आबादी को बाहर निकालने में सफलता हासिल की है।”
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के एक शोधकर्ता यू ली ने फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि यदि नियमों का सही तरीके से पालन किया जाए तो कम आय वाले लोगों की जरूरतें पूरी करने के लिए बनाई गई वित्तीय योजनाओं के लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।