मुंबई, 19 जून (आईएएनएस)। मुंबई के उपनगरीय इलाके मलाड में जहरीली शराब पीने से 33 अतिरिक्त लोगों की मौत के साथ इस घटना में अबतक कुल 53 लोगों की जान जा चुकी है। यहां एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने मामले की जानकारी दी।
पुलिस प्रवक्ता धनंजय कुलकर्णी ने आईएएनएस को बताया, “मृतकों की संख्या 53 हो गई है। अन्य 28 पीड़ितों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से 12 की हालत गंभीर है।”
जहरीली शराब पीने के कारण शुक्रवार दोपहर तक 20 लोगों की मौत का मामला सामने आया था, लेकिन अचानक 33 अन्य लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 53 पहुंच गई। शराब के सेवन से बीमार कई लोगों का अभी भी उपचार चल रहा है।
पुलिस उपायुक्त कुलकर्णी ने बताया कि इस मामले में आठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है, जिनमें मालवणी पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक प्रकाश एस. पाटील के अलावा तीन अधिकारी और चार कांस्टेबल शामिल हैं।
इस घटना के संबंध में तीन व्यक्तियों- राजू हनुमंत उर्फ लंगड़ा और गौतम आवडे और डोनाल्ड रॉबर्ट- को गिरफ्तार किया गया है। वे कथित रूप से पास के ठाणे जिले के वसई-विरार इलाके से अवैध शराब के पाउच लेकर आए थे।
उन्हें मुंबई में एक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 26 जुलाई तक पुलिस हिरासत में सौंप दिया गया।
पुलिस तीन अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है, जिसमें एक महिला शराब तस्कर भी शामिल है। आरोप है कि महिला ने ही जहरीली शराब की आपूर्ति की थी, जिसके कारण यह घटना हुई।
एक सरकारी प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और दो दिनों के अंदर रपट पेश करने को कहा है।
मृतकों में अधिकांश लक्ष्मी नगर झुग्गी बस्ती के हैं। ये वाहन चलाने या दिहाड़ी मजदूरी का काम करते थे। इन सभी ने बुधवार रात राठोड़ी गांव के एक बार में घटिया किस्म की देसी शराब पी थी।
घटिया शराब पीकर मस्त लोगों में गुरुवार सुबह से जहर के लक्षण दिखने लगे थे। वे सभी उल्टियां करने लगे। उनके पेट में दर्द और आंखों में जलन हो रही थी। उनमें से कई बेहोश भी हो गए थे।
बेहोश हुए लोगों को उनके परिवार वाले स्थानीय अस्पताल ले गए, लेकिन इनमें से कुछ की रास्ते में ही मौत हो गई। मृतकों में कई कर्नाटक के गुलबर्गा क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं।
महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री रंजीत पाटील ने बताया कि मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि जहरीली शराब के स्रोत का पता लगाने के लिए एक टीम गठित की गई है। यह टीम शराब बनाने, बेचने तथा अलग-अलग जगह इसे ले जाने वालों का भी पता लगाएगी।
राज्य में 23 दिसंबर, 2004 के बाद जहरीली शराब से हुई मौतों का यह पहला बड़ा मामला है। वर्ष 2004 में जहरीली शराब से 87 लोगों की मौत हो गई थी।