नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि उन्होंने आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को 2013 में देश से बाहर जाने में मानवीय आधार पर मदद की थी, जब वह अपनी कैंसर पीड़ित पत्नी से मिलना चाहते थे। सुषमा उस समय मंत्री नहीं थीं।
स्वराज ने लगातार कई ट्वीट कर कहा कि ललित मोदी ने उनसे कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही है, इसलिए मैंने उनकी मदद की। उनकी पत्नी की पुर्तगाल में सर्जरी की गई थी।
सुषमा की ओर से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में आया है, जब एक ब्रिटिश अखबार ने एक रपट में कहा है ब्रिटेन में भारतीय मूल के सबसे लंबे समय से सांसद कीथ वाज ने ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध करवाने के लिए ब्रिटेन के शीर्ष आव्रजन अधिकारी पर दबाव बनाने हेतु स्वराज के नाम का इस्तेमाल किया था।
स्वराज ने ट्वीट कर कहा, “मोदी ने मुझसे कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही है और चार अगस्त को पुर्तगाल में उनकी सर्जरी होनी है। उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए अस्पताल में मौजूद रहना पड़ेगा।”
उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे बताया था कि उन्होंने लंदन में यात्रा दस्तावेजों के लिए आवेदन दिया था। ब्रिटेन सरकार उन्हें यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए तैयार थी। लेकिन संप्रग सरकार के एक संदेश के कारण वे इससे बच रहे हैं, क्योंकि उसमें कहा गया था कि इससे भारत-ब्रिटेन संबंधों में खटास आएगी।”
स्वराज ने कहा, “मानवीय पहलू को देखते हुए, मैंने ब्रिटिश उच्चायोग से कहा कि ब्रिटेन सरकार को ब्रिटेन के नियमों के आधार पर ललित मोदी के आग्रह की जांच करनी चाहिए। यदि ब्रिटेन सरकार मोदी को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराती है तो इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध नहीं बिगड़ेंगे।”
उन्होंने कहा, “कीथ वाज ने मुझसे भी बात की और मैंने उन्हें साफतौर पर वह सब कुछ बताया जो ब्रिटिश उच्चायोग से मैंने कहा था।”
स्वराज ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस तरह की स्थिति में किसी भारतीय नागरिक को आपात यात्रा दस्तावेज देने से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध खराब नहीं हो सकते और न ही होने चाहिए।
समाचार पत्र ‘संडे टाइम्स’ के मुताबिक, वाज ने ललित मोदी के मामले में तेजी लाने के लिए व्यक्तिगत रूप से यूके वीजा एवं आव्रजन की महानिदेशक सारा रैपसन को पत्र लिखा था।