Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the js_composer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
 रिमांड पूरी होते ही तिहाड़ में लकड़ी के तख्त पर कटेंगीं चिदंबरम की रातें | dharmpath.com

Wednesday , 18 June 2025

Home » भारत » रिमांड पूरी होते ही तिहाड़ में लकड़ी के तख्त पर कटेंगीं चिदंबरम की रातें

रिमांड पूरी होते ही तिहाड़ में लकड़ी के तख्त पर कटेंगीं चिदंबरम की रातें

August 23, 2019 11:44 am by: Category: भारत Comments Off on रिमांड पूरी होते ही तिहाड़ में लकड़ी के तख्त पर कटेंगीं चिदंबरम की रातें A+ / A-

नई दिल्ली, 23 अगस्त | सीबीआई रिमांड खतम होने के बाद अगर अदालत कांग्रेस के मौजूदा राज्यसभा सांसद, देश के पूर्व केंद्रीय गृह और वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजती है तो, वहां उनकी रातें लकड़ी के सख्त तख्त पर गुजरेंगी।

वहां न आरामदायक तकिया-गद्दा होगा और न ही एसी की ठंडी हवा. अभी तक चिदंबरम सीबीआई मुख्यालय की एअरकंडीशंड इमारत में पुलिस रिमांड की रातें गुजार रहे हैं, जहां सुविधाएं तिहाड़ से कहीं ज्यादा बेहतर हैं। चिदंबरम से हाईप्रोफाइल कैदी के आज नहीं तो कल (सीबीआई रिमांड पूरी होते ही) तिहाड़ जेल पहुंचने की खबर से सजग जेल प्रशासन ने तमाम इंतजामात शुरू कर दिये हैं।

तिहाड़ जेल के उच्च पदस्थ सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि यूं तो आर्थिक मामलों के विचाराधीन कैदियों को अमूमन जेल नंबर-7 में ही रखा जाता है। यह अलग बात है कि मौजूदा वक्त में 7 नंबर जेल में कोई हाई-प्रोफाइल आर्थिक अपराधों से जुड़े मामले का कैदी बंद नहीं है। एक कैदी जो बंद था भी करीब एक साल पहले उसे तिहाड़ की ही दूसरी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।

इस जेल में मौजूदा वक्त में करीब 650 कैदी बंद हैं। चूंकि आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों से जुड़े कैदियों की संख्या इस जेल में फिलहाल नगण्य ही है, लिहाजा ऐसे में तिहाड़ की 7 नंबर जेल को कुछ समय पहले तक बच्चा जेल भी बनाकर रखा गया था। साथ ही यह जेल बहुत ही संकरी है. इसके कमरे (सेल-कोठरी) बहुत छोटी हैं।

साथ ही इन दिनों इस जेल में महिलाओं से छेड़छाड़ या महिलाओं के साथ अन्य अपराध करने वाले अपराधियों को रखा जाने लगा है। इन हालातों में फिलहाल चिदंबरम जैसे हाई-प्रोफाइल कैदी को सात नंबर जेल के भीतर कैद रख पाना सुरक्षा के ²ष्टिकोण से भी जेल प्रशासन को शायद मुनासिब न लगे।

तिहाड़ जेल मुख्यालय से जुड़े एक विश्वसनीय सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि जेल की जिम्मेदारी अभी तब तक कुछ नहीं है, जब तक कोई कैदी न्यायिक हिरासत में जेल के अंदर नहीं आ जाता है। जहां तक चिदंबरम के आने का सवाल और जेल में उन्हें रखने की बात है, तो जेल को कोई खास इंतजाम नहीं करने हैं।

उन्होंने कहा कि,’ सब कुछ जेल मैनुअल के हिसाब से पहले से तय है। चूंकि चिदंबरम की उम्र 70 साल के आसपास है। लिहाजा कानूनन उन्हें जेल नंबर-एक की सेल में बंद किये जाने की भी प्रबल संभावना है। साथ ही सोने के लिए उन्हें लकड़ी का तख्त दिया जायेगा। यह भी तय है। साथ ही उन्हें कंबल भी जेल की तरफ से मुहैया कराया जायेगा। एअरकंडीशनर और गद्दे के इंतजाम का जेल मैनुअल में कहीं कोई जिक्र नहीं हैं।’

एक अन्य जेल सूत्र ने आगे बताया कि, ‘जेल नंबर एक में किसी जमाने में हरिकिशन लाल भगत (एचकेएल भगत 1984 सिख दंगो का आरोपी), चंद्रा स्वामी, मामाजी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम, सन 2010 में दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में फंसे सुरेश कलमाड़ी, सहारा प्रमुख सुब्रत राय भी यहां रह चुके हैं। 7 नंबर जेल के बजाये एक नंबर तिहाड़ जेल में रखने के पीछे चिदंबरम की सुरक्षा भी प्रमुख वजह होगी। ‘

नाम न खोलने की शर्त पर तिहाड़ जेल के एक आला अफसर ने आईएएनएस को बताया कि, ‘यूं तो पूरी तिहाड़ में तमिलनाडू स्पेशल पुलिस लगी है। चिदंबरम के मगर जेल नंबर एक में पहुंचते ही वहां टीएसपी जवानों की संख्या और बढ़ा दी जायेगी।’

जेल मैनुअल के हिसाब से एक नंबर जेल में कैद होने वाले कैदियों को एक दाल एक सब्जी चार पांच रोटी मुहैया कराई जाती है। चिदंबरम को भी यही खाना खाने को दिया जायेगा। अलग होगा तो सिर्फ यह कि चिदंबरम को जेल नंबर एक में ही मौजूद अलग रसोईघर में बना भोजन मुहैया कराया जाये। न कि जेल-लंगर में बना खाना दिया जाये। यह सब एहतियातन और सुरक्षा के मद्देनजर जेल मैनुअल के मुताबिक ही बताया जाता है।

तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक अगर चिदंबरम जेल की रसोई का खाना खाने से मना करेंगे तो उन्हें नियमानुसार तिहाड़ जेल कैंटीन से ही कुछ खाने-मंगाने की अनुमति होगी। घर का बना खाना जेल की कोठरी में लाने की सख्त मनाही है। जेल में वे सिर्फ घर से लाये या किसी परिजन द्वारा मुहैया कराये गये कपड़े ही पहन पायेंगे।

उल्लेखनीय है कि अदालत ने वृहस्पतिवार को ही चिदंबरम को पांच दिन (26 अगस्त तक) के लिए सीबीआई रिमांड पर भेजा है। चिदंबरम तिहाड़ जेल कब भेजे जायेंगे यह 26 अगस्त को अदालत के आदेश पर निर्भर करेगा।

इस बीच आईएएनएस को सीबीआई के उच्च पदस्थ सूत्रों से पता चला है कि, वृहस्पतिवार की रात से 26 अगस्त को अदालत में दुबारा पेशी तक आर्थिक घोटाले के आरोप में गिरफ्तार पूर्व गृह और वित्तमंत्री को सीबीआई मुख्यालय में मौजूद पांच सुसज्जित सुइट्स में से एक (पांच नंबर) में रखा जायेगा।

अमूमन इन सुइट्स में सीबीआई के अधीक्षक और उससे ऊपर स्तर के आला-अफसर ही रुकते हैं। यह अलग बात है कि अगुस्टा वेस्टलैंड के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल और दूसरे मामले के चर्चित नाम सतीश सना को भी सीबीआई ने इन्हीं में से एक सुइट में रखा था।

सीबीआई मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, ‘भू-तल पर मौजूद इन खास सुइट्स में एसी,डबल-बेड, फ्रिज, गीजर, टेलीवीजन जैसी तमाम सुविधायें हैं। ‘ हांलांकि यह खास सुइट्स सिर्फ और सिर्फ सफेदपोश अपराधियों को ही रिमांड अवधि में रखने के लिए सीबीआई इस्तेमाल करती है जबकि खूंखार अपराधियों के लिए यहां बाकायदा हवालात (लॉकअप) का भी इंतजाम है।

यहां उल्लेखनीय है कि अदालत ने रिमांड अवधि के दौरान चिदंबरम के परिवार को रोजाना आधा घंटा उनसे मिलने की अनुमति दी है। साथ ही 48 घंटे के अंदर आरोपी की मेडिकल जांच कराने के निर्देश भी अदालत ने जांच एजेंसी को दिये हैं।

गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम को सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया (प्रा.) लिमिटेड संबंधी आर्थिक घोटाले में लिप्त पाये जाने के कारण गिरफ्तार किया है।

रिमांड पूरी होते ही तिहाड़ में लकड़ी के तख्त पर कटेंगीं चिदंबरम की रातें Reviewed by on . नई दिल्ली, 23 अगस्त | सीबीआई रिमांड खतम होने के बाद अगर अदालत कांग्रेस के मौजूदा राज्यसभा सांसद, देश के पूर्व केंद्रीय गृह और वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को न्यायिक नई दिल्ली, 23 अगस्त | सीबीआई रिमांड खतम होने के बाद अगर अदालत कांग्रेस के मौजूदा राज्यसभा सांसद, देश के पूर्व केंद्रीय गृह और वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को न्यायिक Rating: 0
scroll to top