नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया।
राज्य विधानसभा की 243 सीटों में से भाजपा 160 पर चुनाव लड़ेगी। शेष 83 सीटें पार्टी ने अपने तीन सहयोगी दलों-लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के लिए छोड़ दी हैं।
सहयोगी दलों को दी गई सीटों में सर्वाधिक 40 सीटें राम विलास पासवान की लोजपा को दी गई हैं। इसके बाद 23 सीटें उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा और 20 सीटें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हम को दी गई हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष से एक बार फिर उनके आवास पर मुलाकात की, जिसके बाद अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान सीटों के बंटवारे की घोषणा की।
शाह ने यह भी कहा कि समझौते के मुताबिक, हम के कुछ उम्मीदवार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान पासवान, मांझी व कुशवाहा भी मौजूद थे।
शाह ने सीटों के बंटवारे को लेकर राजग के घटकों के बीच किसी प्रकार के मतभेद को खारिज किया और राज्य में दो तिहाई बहुमत से जीत के प्रति विश्वास जताया।
उन्होंने कहा, “सीटों के बंटवारे पर हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और दो तिहाई बहुमत जीतने के प्रति आश्वस्त हैं।”
मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के मुद्दे पर शाह ने कहा कि इसका फैसला चुनाव के बाद लिया जाएगा।
शाह ने कहा, “हम मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और जहां तक मुख्यमंत्री उम्मीदवार की बात है, तो यह चुनाव के बाद राजग के विधायकों द्वारा तय किया जाएगा।”
उन्होंने कांग्रेस व लालू प्रसाद के राजद से गठजोड़ के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले गठबंधन ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है, जो 12 लाख करोड़ के घोटाले में संलिप्त रही है। ऐसे गठबंधन से नीतीश बिहार को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का वादा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद ‘जंगल राज’ के प्रतीक रहे हैं। ऐसे गठबंधन से नीतीश बिहार को अपराधमुक्त करने का वादा कर रहे हैं।”
शाह ने कहा, “नीतीश जी विकास के जिन आंकड़ों का हवाला दे रहे हैं वे उस वक्त के हैं, जब भाजपा राज्य सरकार का हिस्सा थी। उस वक्त से लेकर अब तक कई बदलाव आए हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार एक बार फिर जंगल राज की ओर बढ़ रहा है।”
शाह ने बिहार के मतदाताओं से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को एक मौका देने की अपील की।
शाह ने संवाददाताओं से कहा, “बिहार के लोगों ने कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा जनता दल (युनाइटेड) को सत्ता सौंपी। मैं उनसे राजग को एक मौका देने की अपील करता हूं।”
उन्होंने कहा, “बिहार के लिए यह विकास के लिए वोट देने का समय है, जिसके लिए राजग को वोट देना जरूरी है।”
शाह ने कहा, “यहां हमारे पास एकजुट राजग है, जबकि उनके पास बिना नेता के महागठबंधन है।”
उल्लेखनीय है कि हाल में समाजवादी पार्टी (सपा) महागठबंधन से यह अरोप लगाते हुए अलग हो गई कि सीटों के बंटवारे में जद-यू व राजद ने उनसे परामर्श नहीं लिया और सपा को मात्र पांच सीटें देकर उसे अपमानित किया गया।
बिहार में 243 सीटों वाले विधानसभा के लिए चुनाव पांच चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 12 अक्टूबर को, जबकि अंतिम चरण का मतदान पांच नवंबर को होगा। मतगणना आठ नवंबर को होगी।