‘हुर्रियत डेली न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्यक्रम को विस्फोट में मारे गए मृतकों के रिश्तेदारों ने आयोजित किया था, जिसमें रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचडीपी) के संसदीय प्रतिनिधियों और गैर सरकारी संगठनों व राजनीतिक समूहों ने मिलकर मुख्य रेलवे स्टेशन तक मार्च किया, जहां हमले हुए थे।
स्टेशन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम दिखे। एक पुलिस हेलिकॉप्टर आसमान से निगरानी कर रहा था और छतों पर बंदूकधारी तैनात नजर आए।
गौरतलब है कि 10 अक्टूबर, 2015 को एक शांति रैली के दौरान हुए दोहरे आत्मघाती हमले में 102 लोगों की मौत और 391 अन्य लोग घायल हो गए थे।
इस हमले की जिम्मेदारी आंतकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी।