लखनऊ /नोएडा, 30 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 31 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोएडा में होने वाले कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे। मोदी सेक्टर-62 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे की नींव रखने के लिए नोएडा आ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, नोएडा को लेकर व्याप्त एक अंधविश्वास की वजह से अखिलेश खुद न जाकर राज्य मंत्री कैलाश चौरसिया को भेज रहे हैं।
नोएडा से एक अजीब तरह का अंध विश्वास जुड़ा हुआ है। ऐसा कहा जाता है कि बीते 25 वर्षो में जब-जब कोई मुख्यमंत्री नोएडा गया, वह अगली बार सत्ता में नहीं लौटा। अखिलेश को नोएडा जाने के कई मौके मिले, लेकिन वह नहीं गए।
गौरतलब है कि 2011 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने इस अंधविश्वास को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन वह 2012 का विधानसभा चुनाव हार गईं।
इससे पूर्व वीर बहादुर सिंह, नारायण दत्त तिवारी, राम प्रकाश गुप्ता और कल्याण सिंह जैसे दिग्गज भी उस सूची में शामिल हैं, जो नोएडा गए और अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाए।
ग्रेटर नोएडा में हुए दादरी कांड के बाद भी अखिलेश नोएडा नहीं गए थे। दादरी कांड के बाद सियासत काफी गरमा गई थी। कई बड़े-बड़े नेता दादरी पहुंचकर अखलाक के परिजनों से मिले, लेकिन अखिलेश नोएडा नहीं गए।
पुलिस महानिदेशक कार्यालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से मंत्री कैलाश चौरसिया का नाम भेजा गया है।
अधिकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री के नोएडा आने का कोई कार्यक्रम हमें नहीं बताया गया है।