लखनऊ , 18 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उप्र इकाई के दो नेताओं के बीच कथित रूप से प्रेस विज्ञप्ति के मुद्दे पर रार मची हुई है। आलम यहां तक पहुंच चुका है कि वे एक-दूसरे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
इन दोनों नेताओं के बीच का झगड़ा अब भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल और प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के दरबार में पहुंच चुका है। हालांकि वाजपेयी ने इस तरह की किसी भी घटना से इंकार किया है, लेकिन भाजपा कार्यालय में इस बात की चर्चा जोरों पर है।
यह वाकया उस समय सामने आया है जब भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर खुद प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर हैं। इस तरह का मामला सामने आने के बाद स्वयं ओम माथुर भी सकते में हैं।
सूत्र बताते हैं कि भाजपा के दोनों नेताओं के बीच असल झगड़ा प्रेस विज्ञप्ति जारी करने को लेकर है। इन दोनों नेताओं में एक पार्टी का प्रदेश मंत्री है, जबकि दूसरा प्रदेश प्रवक्ता है।
ओम माथुर के प्रवास के दौरान बैठक में ही यह बात संज्ञान में आई कि भाजपा के नेता एक ही दिन में अलग-अलग तरह के प्रेस नोट मीडिया में जारी करते हैं। इस पर उन्होंने भाजपा के इस प्रवक्ता को तलब किया।
सूत्र बताते हैं कि मामले से जुड़े प्रवक्ता ने माथुर के सामने अपनी सफाई पेश की। उन्होंने बताया कि दिन में जो प्रेस नोट जारी होते हैं, उनमें एक प्रवक्ता का होता है, दूसरा प्रदेश अध्यक्ष का और तीसरा प्रदेश प्रभारी का। चौथा प्रेस नोट प्रदेश के मंत्री स्वयं जारी करते हैं। इससे मीडिया विभाग का कोई लेना-देना नहीं होता है।
भाजपा सूत्र के अनुसार, प्रवक्ता जब अपनी सफाई पेश कर रहे थे उस समय मंत्री के कुछ करीबी
वहां मौजूद थे, जिन्होंने यह बात जाकर उन्हें बताई। इसके बाद मंत्री ने प्रवक्ता को फोन कर अपने गुस्से का इजहार किया। दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बहसबाजी हुई और इस दौरान एक-दूसरे को देख लेने की धमकी तक दी गई।
सूत्र बताते हैं कि मामले को बढ़ता देख पार्टी के अन्य नेताओं ने इसकी जानकारी प्रदेश के शीर्ष नेताओं को दी। इस पूरे मामले की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष वाजपेयी व संगठन मंत्री सुनील बंसल को भी दी गई है।
इस पूरे मामले पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि उन्हें इस तरह की घटना की जानकारी नहीं है।