भुवनेश्वर, 17 सितंबर (आईएएनएस)। जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी व ओडिशा के पूर्व मंत्री डोलागोबिंद प्रधान का सोमवार को भुवनेश्वर स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 93 साल के थे।
प्रधान के परिवार में उनकी पत्नी, चार बेटे व तीन बेटियां हैं।
सूत्रों ने बताया कि महात्मा गांधी के अनुयायी प्रधान ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था और तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने उन्हें 3 साल दो महीने के लिए जेल भेज दिया था।
डोलागोबिंद का जन्म 7 जून 1929 को कटक दिहासही में हुआ था। प्रधान ओडिशा विधानसभा के लिए कटक सदर निर्वाचन क्षेत्र से दो बार 1980 से 1990 के बीच निर्वाचित हुए थे।
उन्होंने राज्य के शहरी विकास मंत्री के रूप में 1989 से 1990 तक सेवाएं दीं।
कई प्रसिद्ध व्यक्तियों व बहुत से राजनेताओं ने पार्टी राजनीति से परे जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। ओडिशा विधानसभा के सदस्यों ने भी पूर्व मंत्री के निधन पर शोक जताया।
ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने कहा, “स्वतंत्रता संघर्ष व हमारे सामाजिक जीवन में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। वह एक सच्चे गांधीवादी थे और उन्होंने अपना जीवन गांधीवादी विचारों को बनाए रखने के लिए समर्पित कर दिया।”
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी प्रधान के निधन पर शोक जताया और शोकसंतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना जताई।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने भी स्वतंत्रता सेनानी के निधन पर शोक जताया।