बीजिंग, 19 जुलाई (आईएएनएस)। चीन के महान दार्शनिक कन्फ्यूशियस के सम्मान में कूफू में निर्मित उनके मंदिर का बड़े पैमाने पर जीर्णोद्धार का काम जारी है। विश्व धरोहर की सूची में शामिल इस मंदिर का 100 साल में पहली बार जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, कूफू कन्फ्यूशियस प्राचीन इमारत इंजीनियरिंग प्रबंधन कार्यालय ने शनिवार से जीर्णोद्धार का काम शुरू कर दिया। जीर्णोद्धार के इस काम में तीन से पांच साल का समय लगेगा और इसकी लागत 4.8 करोड़ डॉलर आएगी।
पूर्वी चीन के शेनदोंग प्रांत में स्थित कूफू शहर कन्फ्यूशियस का जन्म स्थान है। वह 551 ईसा पूर्व से 479 ईसा पूर्व तक यहां रहे थे।
कन्फ्यूशियस ने एक ऐसी दार्शनिक प्रणाली की स्थापना की जिसका चीन के सामाजिक और राजनीतिक जीवन पर लगभग आधे इतिहास तक वर्चस्व रहा।
उनके मंदिर और परिवार की हवेली को वंशजों ने संरक्षित रखा। इसके अतिरिक्त 1,300 पुरानी इमारतों, 5,000 शिलालेखों और 100,000 अवशेषों को भी संरक्षित रखा गया है।
1994 में कन्फ्यूशियस के मंदिर को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया था। यह मंदिर कांग परिवार की हवेली और कन्फ्यूशियस का समाधि स्थल है।
कूफू ब्यूरो ऑफ रेलिक्स के मुताबिक, 14,000 वर्ग मीटर में फैले परिसर में कई प्राचीन इमारतें हैं जिनमें चित्र बने हुए हैं।