काबुल, 30 जून (आईएएनएस)। तालिबान के दो आत्मघाती बम हमलावरों द्वारा काबुल के बाहरी हिस्से में पुलिस कैडेट की बसों को लक्ष्य बनाकर किए गए हमलों में कम से कम 27 लोग मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इससे पहले मीडिया रिपोर्टो में बताया गया था कि इस हमले में कम से कम 40 लोग मारे गए हैं।
सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक इस काफिले में नए पुलिस अधिकारियों को वारदाक से काबुल लाया जा रहा था।
अधिकारियों ने घटना के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में दो धमाके हुए हैं।
जिला पुलिस मुख्यालय के खुफिया अधिकारी मीर हातम ने कहा कि वारदुक से काबुल आ रहे पुलिस अधिकारी इस हमले की चपेट में आए हैं। उन्होंने बताया कि बम को पुलिस के वाहन में लगाया गया था। लेकिन, गृह मंत्रालय के सूत्रों ने जोर देकर कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किस तरह यह हमला किया गया।
तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह घटना काबुल में ढाई महीने पहले हुए घातक हमले के बाद हुई है जिसमें कम से कम 64 लोग मारे गए थे और 347 अन्य घायल हुए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा की है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “काबुल के नजदीक हुए हमले से दुखी हूं। मैं इस मूखर्तापूर्ण हिंसा की निंदा करता हूं। हमले के शिकार लोगों के परिवारजनों के लिए प्रार्थना।”
पाकिस्तान ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और अफगान सरकार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “पाकिस्तान, अफगास्तिान के निर्दोष लोगों की जान के नुकसान पर वहां की सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति दुखी हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं।”
नाटो के नेतृत्व में बने रिजोल्यूट सपोर्ट मिशन ने अफगानिस्तान की राजधानी में हुए इस दो बम हमलों की कड़ी निंदा की है।
रिजोल्यूट सपोर्ट ने एक बयान जारी कर कहा, “आरएस काबुल में हुए इन बम धमाकों की कड़ी निंदा करता है। तालिबान लगातार मानव जीवन के प्रति घोर उपेक्षा का प्रदर्शन कर रहा है।”
इस बयान में कहा गया है, “आरएस मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।”