भुवनेश्वर, 15 जून (आईएएनएस)। ऑस्कर चिट फंड कंपनी के आर्थिक मामलों की जांच कर रही ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा की नजर कई उड़िया फिल्म कलाकारों पर है।
विशेष पुलिस महानिदेशक बिजय कुमार शर्मा ने कहा कि ऑस्कर ग्रुप के अध्यक्ष प्रभास राउत के आर्थिक हेरफेर एवं उड़िया फिल्म जगत से उनके संबंध की जांच की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि अपराध शाखा ने मामले की जांच के लिए डीएसपी रैंक के पांच पुलिस अधिकारियों की एक टीम बनाई है और उन फिल्म सितारों की सूची बनाई जा रही है, जिनसे पूछताछ की जानी है।
अपराध शाखा 10 जून को नई दिल्ली में गिरफ्तार किए गए प्रभास राउत से पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी ने मंगलवार रात कंपनी के तीन निदेशकों को भी गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों ने कहा कि राउत ने ओडिशा, गुजरात एवं मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्कीमों को चलाकर 230 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए थे।
राउत पर आम लोगों से पैसा लेकर चार उड़िया फिल्में, ‘टू आखिरे मू’ (2010), ‘मोस्ट वांटेड’ (2011), ‘बलुंका टोका’ (2012) और ‘रंगीला टोका’ (2012) बनाने का आरोप है।
सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के सांसद अनुभव मोहंती, सिद्धांत मोहापात्रा एवं हास्य कलाकार पप्पू पमपम उर्फ तत्वा प्रकाश सतपति व कई नेता से अभिनेता बने लोग राउत की बनाई फिल्मों में काम कर चुके हैं।
सतपति ने केन्दुझर जिले के चम्पुआ विधानसभा क्षेत्र से बीजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार मिली थी।
राउत की पुलिस रिमांड बुधवार को खत्म हो रही है, ऐसे में पुलिस ने उनकी रिमांड बढ़ाने की मांग करने का फैसला किया है।