रायपुर/जशपुर, 30 जून (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के ग्राम पंचायतों में शासन द्वारा संचालित योजनाओं की वस्तुस्थिति का आकलन करने और उनमें सुधार करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा ‘निदान’ ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
रायपुर/जशपुर, 30 जून (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के ग्राम पंचायतों में शासन द्वारा संचालित योजनाओं की वस्तुस्थिति का आकलन करने और उनमें सुधार करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा ‘निदान’ ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
जिले में हर दो ग्राम पंचायत पर एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। ये अधिकारी हर माह संबंधित ग्राम पंचायतों का औचक निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन लेकर आएंगे और सॉफ्टवेयर में ऑनलाईन इंट्री करेंगे।
इस सॉफ्टवेयर की यह विशेषता है कि जिस विभाग से संबंधित समस्या या कमियां पाई जाएंगी, उसकी इंट्री करते ही उसकी जानकारी संबंधित विभाग के विभाग प्रमुख तक स्वत: पहुंच जाएगी। इससे पाई गई समस्या और कमियों को दूर करने में सुविधा होगी।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने जून माह के लिए 5 जुलाई तक सॉफ्टवेयर में इंट्री करने के निर्देश संबंधित नोडल अधिकारियों को दिए हैं। निदान के अंतर्गत नोडल अधिकारियों के लिए प्रश्नोत्तरी पर आधारित प्रतिवेदन तैयार किया गया है। इसी प्रश्नोत्तरी के आधार पर निदान सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन इंट्री की जाएगी। इसी के आधार पर संबंधित विभाग आवश्यक कार्यवाही करेगा।
प्रश्नोत्तरी में महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए दो प्रश्न, शिक्षा विभाग के लिए छह प्रश्न, खाद्य विभाग के लिए छह प्रश्न, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के लिए दो प्रश्न, विद्युत विभाग के लिए एक प्रश्न, कृषि विभाग के लिए दो प्रश्न, पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के लिए सात प्रश्न एवं राजस्व विभाग के लिए चार प्रश्न दिए गए हैं।
निदान से होगा इनका प्रभावी क्रियान्वयन :
निदान सॉफ्टवेयर के तहत विभिन्न शासकीय योजनाओं की प्रगति, आधारभूत अधोसंरचना की स्थिति, जमीनी स्तर के कर्मचारी के कार्य करने का तरीका, सभी शासकीय कार्यालयों का नियमानुसार संचालन, पंचायत में महामारी एवं अन्य बीमारी की जानकारी, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय के निर्माण एवं उपयोग संबंधी जानकारी दी जाएगी।
इसके अलावा उचित मूल्य की दुकानों का निरीक्षण, आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण, स्कूल के अंतर्गत मध्याह्न भोजन एवं छात्रावासों का निरीक्षण, ग्राम में नल-जल योजना की स्थिति, विद्युतीकरण की स्थिति, फसल, खाद एवं बीजों की स्थिति, स्वास्थ्य केंद्रों एवं दवाओं की स्थिति आदि का आकलन करके इंट्री की जाएगी। जो कमियां पाई जाएंगी उनका निदान संबंधित विभाग के जरिए समय-सीमा में करना अनिवार्य होगा।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के निर्देशन में एनआईसी के माध्यम से निदान सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। इसके जरिए पंचायतों में चल रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी इंट्री की जाएगी। सभी नोडल अधिकारियों को लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड एनआईसी द्वारा प्रदान किया जाएगा, सभी नोडल अधिकारियों द्वारा माह में कम से कम एक बार अपने आवंटित ग्राम पंचायत का निरीक्षण किया जाएगा।
अधिकारियों द्वारा लॉगिन के बाद सर्वे फॉर्म में अपने आवंटित ग्राम के निरीक्षण के उपरांत यथावत स्थिति की जानकारी दिए गए प्रश्नों के आधार पर भरी जाएगी। जिन विभागों से संबंधित कमियां मिलेगीं, वो सीधे संबंधित विभाग के नोडल अधिकारी के पास स्वत: पहुंच जाएगी। जिसका निराकरण संबंधित विभाग के द्वारा समय-सीमा करना अनिवार्य होगा।
427 ग्राम पंचायतों के लिए 214 अधिकारियों को पंचायतों का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसमें प्रथम श्रेणी से लेकर तृतीय श्रेणी तक के अधिकारी शामिल हैं।