गोयल और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कबीरधाम जिला मुख्यालय कवर्धा में आयोजित समारोह में कोरबा-रायपुर हसदेव एक्सप्रेस का शुभारंभ भी किया। दोनों नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हसदेव एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। कोरबा-रायपुर हसदेव एक्सप्रेस कोरबा रेलवे स्टेशन से रायपुर के लिए रवाना हुई।
सरकार की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, कटघोरा से मुंगेली और कवर्धा होते हुए डोंगरगढ़ तक लगभग 295 किलोमीटर की रेल परियोजना का निर्माण लगभग 53 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। इस रेलमार्ग पर प्रदेश के पांच जिलों -कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, कवर्धा और राजनांदगांव- के लोगों को यात्री ट्रेन सुविधा का लाभ मिलेगा। यात्रियों के लिए इस मार्ग पर 25 रेलवे स्टेशनों का भी निर्माण किया जाएगा। कटघोरा, रतनपुर, मुंगेली, कवर्धा और खैरागढ़ में भी रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे।
बयान के अनुसार, इस रेल परियोजना के सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण हो चुका है। भू-अर्जन का कार्य प्रगति पर है। इस रेल परियोजना में तीन शेयर धारक हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड (सीआरसीएल) की 48 प्रतिशत, महाजेंको की 26 प्रतिशत और एसीबीआईएल की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। शेयरधारकों ने समझौते पर 24 सितम्बर, 2018 को हस्ताक्षर किए थे और केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस परियोजना को 26 सितम्बर, 2018 को स्वीकृति प्रदान की थी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में रेल नेटवर्क के विकास और विस्तार के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की 51 प्रतिशत और रेल मंत्रालय की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सात दिसम्बर, 2016 को छत्तीसगढ़ रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड (सीआरसीएल) नामक संयुक्त उपक्रम का गठन किया गया था।