इसके चलते राजधानी सहित छत्तीसगढ़ के अन्य जिले दुर्ग, महासमुंद्र, धमतरी, अंबिकापुर, गरियाबंद, रायगढ़, जगदलपुर, बीजापुर, रायगढ़, बलौदाबाजार में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला।
रायपुर में दुकानें सुबह से स्वस्फूर्त बंद रही है। वहीं पेट्रोल पंपों को भी शाम 4 बजे तक बंद रखा। इस दौरान कहीं-कहीं दुकानें और पंप खुले मिले, जिन्हें कांग्रेसियों ने बंद कराया। राजधानी के जयस्तंभ चौक पर सरकार का पुतला जलाए जाने को लेकर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई।
राजधानी में सुबह साढ़े सात बजे महापौर प्रमोद दुबे और कांग्रेस जिला अध्यक्ष विकास उपाध्याय के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और दुकानें बंद कराई। वहीं बंद की घोषणा के चलते शहर के स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले ही नहीं।
संपत्तिकर में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी किए जाने के खिलाफ राज्यव्यापी बंद को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सफल बताते हुए राज्य सरकार द्वारा संपत्ति कर में की गई वृद्धि को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की। बघेल ने कहा कि भविष्य में भी संपत्ति कर के बारे में कोई भी फैसला लेने के पहले सर्वदलीय बैठक हो।