सैन फ्रांसिस्को, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विशाल सिक्का ने कहा कि डिजिटल परिवर्तन के अपने लक्ष्य को हम स्वचालन (ऑटोमेशन) व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (कृत्रिम बुद्धिमता) को अपना कर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं और इसकेलिए इंफोसिस व ओरेकल सामूहिक रूप से प्रयासरत है।
सैन फ्रांसिस्को, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विशाल सिक्का ने कहा कि डिजिटल परिवर्तन के अपने लक्ष्य को हम स्वचालन (ऑटोमेशन) व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (कृत्रिम बुद्धिमता) को अपना कर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं और इसकेलिए इंफोसिस व ओरेकल सामूहिक रूप से प्रयासरत है।
यहां ओरेकल ओपन वर्ल्ड 2015 सम्मेलन में विशाल सिक्का ने सूचना-प्रौद्योगिकी दुनिया के टॉप दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा कि किस तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जटिल समस्याओं को भी आसानी से हल किया जा सकता है।
सिक्का ने कहा, “दुनिया की नजर बेहतर सेवा मुहैया कराने वालों पर है। मैंने तीन बड़े बदलाव देखे हैं- उपभोक्ताओं पर अपना ध्यान केंद्रित करना, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उद्भव तथा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व अल्टीमेट क्लाउड की घटना।”
इस मौके पर सिक्का ने बताया कि इंफोसिस फाइनेकल्स कोर बैकिंग सॉल्यूशन जो कि ओरेकल के सुरक्षित सुपर क्लस्टर एम-7 माइक्रोप्रोसेसर पर काम करता है, उसने बैंकिंग ट्रांजैक्शन का एक शानदार रिकॉर्ड बनाया है।
उन्होंने कहा, “यह सॉफ्टवेयर करीब दो अरब बैंक खातों को सपोर्ट करता है। इसके परिणाम शानदार हैं। इससे बैंकों की लागत घटने के साथ ही उनकी लेनदेन की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है।”
उन्होंने बताया कि सभी तरह की बैंकिंग मसलन ब्रांच ट्रांजेक्शन, एटीएम ब्रांचेज, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, मोबाइल ट्रांजैक्शन में भी इसका सफल परीक्षण किया गया है।
इस मौके पर ओरेकल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, (उत्पाद विकास) गणेश राममूर्ति ने बताया कि सुपर क्लस्टर एम-7, स्पार्क टी-7 और एम-7 सुरक्षित बैंकिंग ट्रांजैक्शन को सुरक्षित करने में महती भूमिका निभा रहा है।
इस दौरान सिक्का ने कहा कि उनके भविष्य की रणनीति ओरेकल की मदद के बिना संभव नहीं है।