पटना, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) की जयंती के मौके पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ‘संपूर्ण क्रांति’ के दौरान जेपी ने जो नारा दिया था वह आज भी प्रासंगिक है।
पटना के जेपी आवास चरखा समिति में जेपी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “जेपी का नारा भेदभाव के खिलाफ और अन्याय के खिलाफ था। जो लोग हाशिए पर चले गए हैं उन्हें मुख्यधारा में लाने की बात कही गई थी।”
उन्होंने कहा कि जेपी ने राजनीति को जो दिशा दी है, वह सदियों तक युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत का काम करेगी।
नीतीश ने कहा कि उन्होंने हमेशा समाज में एकजुटता और वंचितों को समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया है। इस मौके पर विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, पूर्व मंत्री श्याम रजक सहित कई गणमान्य लोग भी साथ थे।
इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय रविशंकर प्रसाद और अनंत कुमार सहित सुशील कुमार मोदी, प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव भी चरखा समिति पहुंचे और जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर रविशंकर प्रसाद ने कहा, “जेपी ने कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति दिलाने में एक बड़ी भूमिका निभाई। कांग्रेस मुक्त देश का अभियान जेपी ने ही प्रारंभ किया था।”
उन्होंने आतंकवाद के विषय में पूछे जाने पर कहा, “देश आतंकवाद के मुद्दे पर एक है। हम मजबूती के साथ आतंकवाद का मुकाबला कर रहे हैं।”
केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि जेपी की जयंती के मौके पर वे यहां आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ संपूर्ण क्रांति के लिए जेपी को हर समय याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जेपी युगों-युगों तक लोगों के प्रेरक रहेंगे। वे राजनीतिक नेता के साथ बड़े समाज सुधारक भी थे।