अम्मान, 4 फरवरी (आईएएनएस)। जॉर्डन ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा अपनी वायु सेना के पायलट की हत्या किए जाने का वीडियो जारी होने के एक दिन बाद दोषी ठहराए गए दो आतंकवादियों को बुधवार को फांसी दे दी। आईएस आतंकवादियों ने जॉर्डन वायुसेना के पायलट मोआज अल-कासाबेह को जिंदा जला दिया और अपने इस नृशंस कृत्य को उचित ठहराया है।
सुरक्षा सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऐफे को बताया कि साजिदा अल-रिशावी और जायद अल-कारबोली दोनों को दोषी ठहराया गया था। दोनों को जॉर्डन के दक्षिण में स्थित राजधानी अम्मान से 43 मील की दूरी पर स्थित सुवाका जेल में फांसी दी गई।
अल रिशावी को 2005 में जॉर्डन के तीन पांच सितारा होटल में बम विस्फोट करने के आरोप में दोषी ठहराया गया था। इस विस्फोट में 60 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
अल रिशावी की विस्फोटकों वाली बेल्ट विस्फोट होने से चूक गई थी। लेकिन उसके साथ उसका पति भी शामिल था उसने अपने विस्फोटक में विस्फोट कर दिया था जिसके बाद अल रिशावी को गिरफ्तार कर लिया गया था। विस्फोट में उसके पति की मौत हो गई थी।
जायद अल-कारबोली आतंकवादी संगठन अल कायदा के नेता अबू मुसाब अल-जरखावी का पूर्व सहयोगी था। कोरबोली को इराक में एक जॉर्डन के चालक की हत्या करने का दोषी ठहराया गया था।
मुसाब को 2006 में इराक में अमेरिकी सेना की छापेमार में मार गिराया गया था।
जॉर्डन की वायुसेना के पायलट अल कसाबेह (26) को सीरिया में जिहादियों के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में किए जा रहे हवाई हमलों में भाग लेते हुए उनके विमान की दुर्घटना हो गई थी जिसके बाद दिसंबर में आईएस ने अपनी हिरासत में ले लिया था।
मृत पायलट के पिता ने जॉर्डन से अपने बेटे के हत्यारों के खिलाफ कठोर ओर तेज कदम की मांग की है।
अल जजीरा के मुताबिक, सैफी अल-कसाबेह ने कहा कि अलकायदा से संबंध रखने वाले दो कैदियों की फांसी से उनके बेटे की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।
सैफी अल-कसाबेह ने कहा, “मैं चाहता हूं कि उनमें से हमारे बीच कोई भी जिंदा न रहे। मेरी मांग है कि कैदियों को फांसी देने से भी बड़ा बदला लिया जाए। मैं इस्लामिक स्टेट संगठन का सत्यानाश चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, “इस जानलेवा संगठन ने दुनिया के सभी देशों से लोगों को आतंकवादी बनाया है। ये बर्बर तरीके से काम कर रहे हैं, सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं। यही कारण है कि देश की गरिमा और मोआज के खून का बदला लेने के लिए मैं सरकार से मांग कर रहा हूं तेज कार्रवाई की मांग कर रहा हूं।”
इसी बीच बेरुत से जारी एक रपट के मुताबिक, आईएस ने बुधवार को अल कसाबेह की आग लगाकर हत्या करने को जायज ठहराया है।
एक सोशल नेटवर्किं ग साइट पर बुधवार को जारी एक नोट के अनुसार, अल कसाबेह को जलाकर मारने की बात पहले से ही तय थी क्योंकि उसने सीरिया में अमेरिकी सेना के नेतृत्व में किए जा रहे हवाई हमलों में भाग लिया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, क्षेत्र के सभी देशों ने अल कसाबेह की हत्या की निंदा की है।
सीरिया के विदेश मंत्री ने बुधवार को अल कसाबेह की ह्चाय की निंदा की है।
सीरिया के विदेश मंत्रालय ने इस कृत्य को जघन्य अपराध बताया है और जॉर्डन के अधिकारियों से आग्रह किया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में सीरिया उनके साथ है।
ईरान के विदेश मंत्री ने भी बुधवार को घटना की निंदा की और इसे बर्बर कृत्य करार दिया।
आईएस द्वारा पायलट की हत्या के बाद जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने जॉर्डन टीवी पर एक संदेश जारी कर देश से एकता का आह्वान किया।