अफगानिस्तान अधिकारियों ने पाकिस्तान के क्वेटा शहर के पास तालिबान कमांडरों के साथ मुठभेड़ में मंसूर के गंभीर रूप से घायल होने और उसके बाद उसकी मौत का दावा किया था।
इससे उलट मंसूर ने अपने ऑडियो संदेश में कहा है, “पाकिस्तान के कुचलक क्षेत्र में तालिबान कमांडरों के साथ गोलीबारी में मेरे घायल होने और उसके बाद मौत संबंधी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। यह दुश्मनों की साजिश है। हमारे दुश्मन तालिबान में मतभेद का दुष्प्रचार कर रहे हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई थी।।”
मंसूर का यह ऑडियो संदेश पश्तो भाषा में है।
अफगानिस्तान के प्रथम उपराष्ट्रपति के प्रवक्ता सुल्तान फैजी के बयान दो दिन बाद यह ऑडियो संदेश जारी किया गया है। फैजी ने अपने बयान में कहा था कि मंसूर पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में तालिबान कमांडरों के साथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
वहीं, अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने गुरुवार को एक बायन जारी कर कहा था, “अफगान सरकार ब्लूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के पास तालिबान कमांडरों के साथ मुल्ला अख्तर मंसूर के मुठभेड़ में घायल होने की पुष्टि करती है, लेकिन हमें यह जानकारी नहीं है कि वह जिंदा है या नहीं।”
इस ऑडियो संदेश की स्वतंत्र जांच नहीं की गई है।