नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार ने गुरुवार को कहा कि एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच राष्ट्रीय राजधानी में सम-विषम कार प्रणाली लागू किए जाने के दौरान सार्वजनिक परिवहन को और सक्षम बनाने के लिए 6,000 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी।
दिल्ली सरकार की प्रायोगिक योजना के मुताबिक, एक से 15 जनवरी के बीच शहर में सम और विषम नंबर प्लेट वाले वाहनों को क्रमश: सम और विषम तिथियों को चलाने की अनुमति होगी। ऐसा दिल्ली में वाहनों की वजह से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए किया गया है।
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा, “2,000 सीएनजी स्कूल बसों में करीब 50 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी। यात्रियों की सहायता के लिए ‘पूछो एप’ लांच किया जाएगा, जिसे लोग 25 दिसंबर को अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड कर सकते हैं।”
गोपाल राय ने कहा, “इसलिए राजधानी में पहले से चल रहीं 6,000 डीटीसी और क्लस्टर बसों के अलावा 6,000 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी।”
दिल्ली सरकार के सम-विषम योजना की सबसे बड़ी खामी भी यही थी कि राजधानी में पर्याप्त मात्रा सार्वजनिक परिवहन के साधन नहीं थे।
गोपाल राय ने कहा कि 2000 सीएनजी स्कूल बसों की 50 फीसदी सेटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी, क्योंकि दिन भर में दो चक्कर लगाने के अलावा ये बसें अमूमन खड़ी ही रहती हैं।
दिल्ली परिवहन निगम इन अतिरिक्त 6,000 बसों के लिए मार्ग का निर्धारण करेगा।
उन्होंने बताया कि यात्रियों के लिए नजदीकी ऑटो-रिक्शॉ के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एक मोबाइल एप ‘पूछो आप’ लांच किया जाएगा। यह एप 25 दिसंबर को लांच किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार राजधानी से सटे राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लिए चलने वाली स्थानीय ट्रेनों के चक्कर बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे से भी संपर्क कर रही है।
इस अवधि में एक ही ऑटो दो चालक बारी-बारी से चला सकेंगे, ताकि ऑटो का जयादा समय तक परिचालन हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिबंध सिर्फ सुबह 8.0 बजे से शाम 8.0 बजे के बीच लागू रहेगा, जबकि रविवार को किसी तरह का प्रतिबंध नहीं रहेगा।