नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘न्यू इंडिया’ की अवधारणा को संविधान निर्माता भीम राव अंबेडकर से जोड़ते हुए कहा कि यह नया भारत गरीबों और पिछड़ों से सरोकार रखता है।
प्रधानमंत्री ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि अंबेडकर ने दर्शाया कि यह जरूरी नहीं कि सफल होने के लिए कोई व्यक्ति अमीर परिवार में पैदा हो। गरीब परिवार में पैदा हुआ व्यक्ति भी सपने देख सकता है और उसे पूरा कर सकता है।
मोदी ने कहा, “कई लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर का मजाक उड़ाया, उनके रास्ते में रुकावट डालने के प्रयास किए और हर संभव कोशिश की ताकि एक साधनहीन और पिछड़े परिवार का बालक जिंदगी में तरक्की न कर सके, जिंदगी में सफल न हो सके और कहीं कुछ बन न जाए।”
उन्होंने कहा, “लेकिन, नए भारत (न्यू इंडिया) की तस्वीर इससे एकदम अलग है। यह वह भारत है जो अंबेडकर का भारत है, गरीब और पिछड़े का भारत है।”
मोदी ने कहा कि अंबेडकर मेरे जैसे करोड़ों लोगों के प्रेरणास्रोत हैं, जो पिछड़ी जाति से आते हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के रचयिता के सम्मान में सरकार 14 अप्रैल को उनकी जयंती के अवसर पर ग्राम स्वराज अभियान शुरू करने जा रही है, जो पांच मई तक चलेगा।
उन्होंने कहा, “इस अभियान के तहत पूरे भारत में ग्राम-विकास, गरीब-कल्याण और सामाजिक-न्याय पर अलग-अलग कार्यक्रम होंगे।”
मोदी ने कहा कि 1940 के दशक में जब समूचे विश्व का ध्यान दूसरे विश्व युद्ध और उपमहाद्वीप के विभाजन पर केंद्रित था तब अंबेडकर ने ‘टीम इंडिया की भावना’ की नींव रखी। वह संघवाद की बात करते थे और केंद्र व राज्यों के मिलकर काम करने पर जोर देते थे।