पटना, 28 अगस्त (आईएएनएस)। गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में कमी और राहत कार्यो की निरंतरता से रविवार को बिहार में कुल मिलाकर बाढ़ की स्थिति में सुधार दिखा। यह बात अधिकारियों ने कही।
उन्होंने कहा कि यद्यपि आने वाले दिनों में किसी भी तरह की खराब स्थिति का सामना करने के लिए जिला अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव व्यासजी ने कहा, “गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ के पानी कम हो रहे हैं और स्थिति सुधर रही है।”
उन्होंने कहा कि बिहार में 12 जिलों के 2037 गांवों के 34 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। करीब पांच लाख लोगों को अपना घर खाली करना पड़ा है, जिनमें 2.66 लाख लोग सरकारी राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में बाढ़ से 55 लोगों की मौत हो चुकी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बाढ़ प्रभावित भागलपुर जिले का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। वह सोमवार को बाढ़ प्रभावित पूर्णिया और कटिहार जिले की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
उधर, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने रविवार को भोजपुर और बक्सर जिले के हवाई सर्वेक्षण किए।
लालू ने कहा कि बिहार में आपदा से निपटने के लिए भाजपा नीत केंद्र सरकार ने बहुत कम मदद की है।
आपदा के समय अपर्याप्त राहत को लेकर बिहार के लोगों ने विगत कुछ दिनों में कई प्रदर्शन किए हैं।
इस तरह के प्रदर्शन भागलपुर, सारन, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, मुंगेर और पटना जिलों में हुए हैं।
भूखे और बेघर बाढ़ पीड़ितों ने उनके पशुओं के लिए चारा नहीं उपलब्ध कराए जाने को लेकर भी अपनी नाराजगी जताई।