नई दिल्ली, 16 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने रविवार को यहां कहा है कि खाद्य प्रसंस्करण रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र है, लेकिन दुनिया का एक सबसे ज्यादा उत्पादक देश होने के बावजूद भारत में सिर्फ 10 फीसदी खाद्य पदार्थो का प्रसंस्करण होता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक से खाद्य की बर्बादी घटेगी।
हरसिमरत ने यहां खाद्य एवं पेय उद्योग के लिए आयोजित खाद्य प्रदर्शनी ‘फूड इंडिया बाई सियाल’ के उद्घाटन अवसर पर कहा, “यह सकारात्मक कदम है कि सियाल जैसे इंटरनेशनल फूड इवेंट, जो सात देशों में होते हैं और जिसमें लाखों लोग जाते हैं, वह भारत में शुरू हुआ है। ऐसे जितने ही फूड शो बढ़ेंगे, उतने ही कंपनियों के हमारे किसानों के साथ गठबंधन होंगे, जिससे किसानों का भला होगा।”
उन्होंने कहा, “50 वर्षो के अनुभव के बल पर ‘फूड इंडिया बाई सियाल’ भारतीय एफ एंड बी उद्योग को उच्च गुणवत्ता वाले स्थानीय और विदेशी सामग्रियों का स्रोत प्रदान करने का अवसर देता है। यह प्रदर्शनी दुनिया भर से ‘एफ एंड बी’ उद्योग पेशेवरों के साथ नेटवर्क, उद्योग के नवीनतम रुझान, नवाचारों, और अपनी व्यावसायिक क्षमता को विस्तृत करने का अवसर प्रदान करेगी।”
मंत्री ने स्टालों का निरीक्षण किया और महिला उद्यमियों को उनके मंत्रालय द्वारा दी जा रही सब्सिडी का लाभ उठाने का सुझाव दिया। उन्होंने एग्जिबिटर्स को ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों से कच्चा माल लेने को प्रोत्साहित किया।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सहयोग से आयोजित यह प्रदर्शनी यहां प्रगति मैदान में 16 सितंबर से 18 सितंबर तक चलेगी।
आयोजकों की तरफ से जारी बयान के अनुसार, यह प्रदर्शनी भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इस प्रदर्शनी के पहले संस्करण में देश-विदेश की 150 से अधिक कंपनियां हिस्सा ले रही हैं, जिनमें भारत के साथ-साथ स्विट्जरलैंड, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, चीन, इंडोनेशिया, इटली, तुर्की और कोरिया की कंपनिया भाग ले रही हैं।
इन कंपनियों में ब्रिटानिया, फ्यूचर ग्रुप, अमूल, अदानी, मदर डेयरी, वीबा, पतंजलि, विंग्रीन, एलटी फूड्स, टॉपस आदि कुछ प्रसिद्ध भारतीय ब्रांड हैं, जो इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं।