उन्होंने रक्षाबंधन को एक अनूठा पर्व बताते हुए कहा कि ऐसा त्यौहार दुनिया के अन्य किसी देश में नहीं मनाया जाता, जिसमें बहन-भाई को राखी बांधती है। यह त्यौहार देश की प्राचीन परंपरा का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में विभिन्न समुदायों की बालिकाओं एवं महिलाओं ने अलिलेश यादव को राखी बांधी। मुख्यमंत्री ने उन्हें उपहार भेंट किए। सरिता शर्मा एवं ब्रह्मकुमारी राधा बहन ने भी इस मौके पर मुख्यमंत्री को राखी बांधी।
यादव ने आयोजन के प्रेरक प्रख्यात कवि एवं उप्र भाषा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. गोपालदास नीरज के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास समाज के बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों एवं अन्य जागरूक लोगों द्वारा निरंतर किए जाने चाहिए। उन्होंने मीडिया से भी यह अनुरोध किया कि वह समाज को जोड़ने वाले लोगों को आगे लाए।
कार्यक्रम में उप्र हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, इस्कॉन के प्रतिनिधि मंत्रदास, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।