नील्सन, 19 फरवरी (आईएएनएस)। आईसीसी विश्व कप में 20 वर्षों के बाद वापसी करने के बाद यूएई ने गुरुवार को सैक्स्टन ओवल मैदान पर जिम्बाब्वे के खिलाफ हुए मैच में बल्लेबाजों के एकजुट प्रदर्शन के बल अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय में अपना सर्वोच्च स्कोर (285 रन) हासिल किया, लेकिन जिम्बाब्वे ने लगातार दूसरे मैच में जुझारू बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट से जीत हासिल कर ली।
सीन विलियम्स (नाबाद 76) और क्रेग इरविन (42) की ताबड़तोड़ पारियों की बदौलत जिम्बाब्वे ने विश्व कप-2015 के अपने दूसरे और कुल आठवें मैच में यूएई से मिले 286 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को 12 गेंद शेष रहते छह विकेट खोकर हासिल कर लिया।
एक समय 32.4 ओवरों में 167 रन पर पांच विकेट खोकर लड़खड़ाती नजर आ रही जिम्बाब्वे के लिए विलियम्स और इरविन ने छठे विकेट के लिए आठ से भी अधिक के औसत से 83 रन जोड़कर जीत की ओर अग्रसर किया। विलियम्स अंत तक क्रीज पर डटे रहे और 65 गेंदों की अपनी मैच जिताऊ पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया।
विलियम्स को मैन ऑफ द मैच चुना गया। विलियम्स ने दो विकेट भी हासिल किए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे जिम्बाब्वे को सिकंदर रजा (46) और रेगिस चकाब्वा (35) की सलामी जोड़ी ने 64 रनों की साझेदारी कर सधी शुरूआत दिलाई।
यूएई के कप्तान मोहम्मद तौकीर ने 13वें ओवर की आखिरी गेंद पर सिंकदर को कृष्ण चंद्रन के हाथों कैच कराकर इस सलामी जोड़ी को तोड़ा। सिकंदर के बाद अनुभवी बल्लेबाज हेमिल्टन मसाकाद्जा (1) भी अमजद जावेद की गेंद पर पगबाधा हो जल्दी ही पवेलियन लौट गए।
जिम्बाब्वे को हालांकि इसके बाद पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर (47) ने संभाल लिया और चकाब्वा के साथ तीसरे विकेट के लिए 40 रनों की साझेदारी निभाई। टेलर और चकाब्वा के बाद सोलोमन मायर (9) का विकेट चटका यूएई ने वापसी के संकेत दिए, लेकिन विलियम्स और इरविन ने छठे विकेट के लिए ताबड़तोड़ साझेदारी कर टीम को उबार लिया। इरविन ने 32 गेंदों में दो चौके और दो छक्के लगाए और पवेलियन लौटने वाले जिम्बाब्वे के आखिरी बल्लेबाज रहे।
इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे यूएई के बल्लेबाजों ने एकजुट प्रदर्शन के बल पर निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 285 रनों का अपना सर्वोच्च स्कोर हासिल किया।
शाइमान अनवर (67) यूएई के एकमात्र अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज रहे। खुर्रम खान (45), कृष्ण चंद्रन (34) और स्वप्निल पाटिल (32) ने भी अहम योगदान दिए।
शुरूआती 11 ओवरों में यूएई दो विकेट गंवा चुका था। दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर विकेट के पीछे जीवनदान पाने वाले एंड्री बेरेंगर (22) खास लाभ नहीं उठा सके और दूसरे विकेट के रूप में 40 के कुल योग पर पवेलियन लौट गए।
कृष्ण खुर्रम के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 82 रनों की साझेदारी ने यूएई को जरूर स्थिरता प्रदान की। मायर ने इस साझेदारी को तोड़ा। चंद्रन 63 गेंदों में तीन चौके लगाने के बाद कप्तान एल्टन चिगुंबरा को कैच थमा पवेलियन लौटे।
चंद्रन के जाने के थोड़ी ही देर बाद खुर्रम भी तेंदई चतारा का शिकार हो गए। खुर्रम का कैच सीन विलियम्स ने लपका। 43 वर्षीय खुर्रम ने थोड़ा खुलकर हाथ दिखाए और 55 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके जड़े।
स्वप्निल और अनवर के बीच पांचवें विकेट के लिए 82 रनों की अहम साझेदारी हुई, जिसकी बदौलत यूएई 200 का आंकड़ा पार कर गया। दोनों ही बल्लेबाजों ने शानदार अंदाज में खेलते हुए 7.13 के औसत से ये रन बटोरे।
स्वप्निल का विकेट सीन विलियम्स ने 42वें ओवर की चौथी गेंद पर रेगिस चकाब्वा के हाथों कैच कराकर लिया। इस बीच रोहन मुस्तफा (4) सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे।
अर्धशतक बनाकर अच्छी लय में खेल रहे अनवर का विकेट भी विलियम्स ने चटकाया। अनवर ने 50 गेंदों में नौ चौके और एक छक्का लगाया।
अनवर के बाद अमजद जावेद (नाबाद 25) और मोहम्मद नवीद (नाबाद 23) ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए आखिरी 35 गेंदों में 53 रन जोड़ डाले और यूएई को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया।
यूएई के कुल योग में जिम्बाब्वे द्वारा अतिरिक्त के रूप में लुटाए गए 26 रन भी शामिल हैं।
जिम्बाब्वे के कप्तान चिगुंबरा ने आठ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, हालांकि सफलता सिर्फ चतारा, विलियम्स और मायर को मिली। चतारा ने तीन जबिक मायर और विलियम्स ने दो-दो विकेट चटकाए।
जिम्बाब्वे अब 24 फरवरी को कैनबरा के मनुका ओवल स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना तीसरा ग्रुप मैच खेलेगा, जबकि यूएई 25 फरवरी को आयरलैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन क्रिकेट मैदान पर विश्व का अपना दूसरा मैच खेलने उतरेगा।