इस्लामाबाद, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को नेशनल असेंबली में संसदीय दलों के प्रमुखों की एक बैठक की अध्यक्षता की। इसमें भारत के साथ सीमा पर हालात और कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की गई।
डॉन ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक का एकसूत्री एजेंडा पूरी दुनिया को नियंत्रण रेखा के हालात और कश्मीर की स्थिति के बारे में बताना था।
विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने सभी दलों के नेताओं को बैठक में नियंत्रण रेखा और कश्मीर के ताजा हालात की जानकारी दी।
रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, चौधरी ने कहा कि ‘पाकिस्तान कश्मीर में हस्तक्षेप नहीं करने की नीति पर कायम’ है।
संसदीय नेताओं ने कहा कि पूरा राष्ट्र कश्मीर और ‘भारत की आक्रामकता’ के मुद्दे पर एकजुट है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, “सरकार से कई मुद्दों पर मतभेदों के बावजूद, हम प्रधानमंत्री के साथ हैं। “
पीपीपी ने शरीफ का समर्थन किया और पार्टी ने इस मुद्दे पर स्पष्ट राय रखी। जरदारी ने नेताओं से कहा कि दोनों देशों के बीच का मौजूदा तनाव भारत-पाकिस्तान रिश्तों में बड़ा बदलाव (टर्निग प्वाइंट) है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर का कोई सैन्य समाधान संभव नहीं है।
जमात-ए-इस्लामी के मुखिया सिराज उल हक ने शरीफ को बैठक बुलाने के लिए मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि शरीफ का संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण पाकिस्तान के लोगों की भावनाओं को दिखाता है।
हक के अनुसार, मौजूदा हालात में पार्टी सरकार, सेना और पाकिस्तान के लोगों के साथ है।
इन नेताओं ने कश्मीर मुद्दे को उजागर करने के लिए दूसरे देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने का भी फैसला किया।
चौधरी ने नेताओं को जानकारी देते हुए कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है और कश्मीर सहित दूसरे द्विपक्षीय मुद्दे पर भारत के साथ चर्चा की जानी चाहिए।
बैठक में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की तरफ से शाह महमूद कुरैशी और शिरीन मजारी और मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट की तरफ से फारूक सत्तार ने शिरकत की। बैठक में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी हिस्सा लिया।
उत्तरी कश्मीर के उड़ी कस्बे में भारतीय सेना के शिविर पर 18 सितंबर को हुए आतंकी हमले में भारत के 19 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने उड़ी हमले के लिए पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह को जिम्मेदार ठहराया है। इस हमले के बाद भारत ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकियों पर हमले किए।