गुवाहाटी, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। असम के उदालगुरी जिले में कथित तौर पर विदेशी न्यायाधिकरण का नोटिस मिलने के बाद रविवार को एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। न्यायाधिकरण ने उसे भारतीय नागरिकता सिद्ध करने को कहा था।
पुलिस ने कहा कि दीपक देबनाथ अपने गांव घागरा में घर के पिछवाड़े एक पेड़ से फांसी लगाकर जान दे दी।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। उसके परिवार के सदस्यों ने बताया कि न्यायाधिकरण का नोटिस मिलने के बाद से वह तनाव में था। नोटिस का अर्थ यह था वह विदेशी है और नागरिकता सिद्ध करे।
न्यायाधिकरण ने देबनाथ को 12 जुलाई को नोटिस भेजा था और हालांकि वह उसे 29 जुलाई को मिला था।
देबनाथ के भतीजे उत्तम देबनाथ ने कहा, “असम सरकार ने नागरिकता रजिस्टर का मसौदा 30 जुलाई को जारी किया था। इसमें देबानाथ के साथ ही उसकी पत्नी और दो बेटियों के नाम शामिल हैं। फिर भी देबनाथ हाल ही में नोटिस का जवाब देने न्यायाधिकरण के दफ्तर गया था। वहां के अधिकारी इस मामले को खत्म करने के लिए रिश्वत के रूप में बड़ी रकम की मांग कर रहे थे।”
उत्तम ने कहा, “हमलोग यही मानते हैं कि चूंकि वह रिश्वत के रूप में बड़ी रकम देने की स्थिति में नहीं था, इसीलिए आत्महत्या जैसा कदम उठाया। उसे भय था कि उसे हिरासत में ले लिया जाएगा और यातना दी जाएगी।”
नागरिकता रजिस्टर मसौदा 30 जुलाई को जारी हुआ था, जिसमें 40,07,707 लोगों के नाम शामिल नहीं थे। इसके पीछे लोगों द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेज सही नहीं होने की बात कही जा रही है।