कोलकाता, 29 जून (आईएएनएस)। इलाहाबाद बैंक ने वर्तमान वित्त वर्ष (2016-17) में 10 प्रतिशत विकास का लक्ष्य रखा है।
बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राकेश सेठी ने यहां 14वीं वार्षिक आम बैठक के बाद बुधवार को आईएनएसएस को बताया, “इस वित्तीय वर्ष में व्यापार विकास का लक्ष्य 10 प्रतिशत है। पिछले वित्तीय वर्ष में इसमें करीब 3.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।”
31 मार्च 2016 तक बैंक का कुल व्यापार 3,58,352 करोड़ रुपये का था, जबकि पिछले वर्ष यह 3,46,519 करोड़ रुपये था।
विकास के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए बैंक ने छोटे ऋण (रिटेल क्रेडिट) में 20 प्रतिशत विकास का लक्ष्य रखा हुआ है।
सेठी ने बैठक के दौरान शेयरधारकों को बताया कि आवास ऋण और स्वर्ण ऋण जैसे कम पूंजी की आवश्यकता वाले ऋणों पर ज्यादा जोर दिया जाएगा।
बैंक ने कहा है कि वह तीन आयामी रणनीति पर काम करेगा, बकाया की वसूली, खुदरा अग्रिमों में अच्छे विकास की प्राप्ति और बचत खातों पर खास ध्यान देते हुए सीएएसए डिपॉजिट (कुल जमा में चालू और बचत खातों में जमा राशि का अनुपात) जुटाना।
कुल ऋण में से छोटे ऋण में पिछले वित्तीय वर्ष में 16.42 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। 2014-15 में यह वृद्धि 14.19 प्रतिशत थी। छोटे ऋण के एक मुख्य घटक आवासीय ऋण में 27.39 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई थी।
सेठी ने कहा कि बड़े बैंकों के साथ इलाहबाद बैंक के विलय के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
विलय के संबंध में एक शेयरधारक के प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, “मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है।”
सेठी ने कहा कि बैंक की 2015-16 की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में उपभोग मांग में सुधार के कारण विनिर्माण उत्पादन में बढ़त की उम्मीद है।